लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या, साथी घायल

उत्तर प्रदेश लखनऊ
Spread the love

लखनऊ, 06 जनवरी एएनएस। यूपी की राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड इलाके में बुधवार को देर शाम हथियारबंद बदमाशों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी। फायरिंग के दौरान पूर्व ब्लॉक प्रमुख का एक साथी भी घायल हो गया। देर शाम हुई हत्या की खबर से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
लखनऊ के विभूतिखंड इलाके के व्यस्ततम चौराहे पर देर शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से हड़कंप मच गया। हथियारबंद हमलावरों ने वहां मौजूद मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और मुख्तार गिरोह के खास अजीत सिंह पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के बाद हमलावर भाग गए। गोली लगने से पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह मौके पर मौत हो गई, जबकि उनका साथी मोहर सिंह बुरी तरह घायल हो गया। उसके पैर में गोली लगने से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लखनऊ में देर शाम हुई फायरिंग की खबर लगते ही पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर घटना स्थल पर पहुंचे। अजीत सिंह आजमगढ़ के सगरी से विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में गवाह थे। उनकी 19 जुलाई 2013 में हत्या कर दी गई थी। अजीत के घर वालों ने गुड्डू सिंह और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि अजीत सिंह गोमतीनगर विस्तार स्थित राप्ती अपार्टमेंट में रहते थे। रात करीब आठ बजे वह मोहर सिंह के साथ किसी काम से चौराहे के पास स्थित उर्वी कॉम्प्लेक्स आए थे। दोनों के एसयूवी से उतरते ही पहले से घात लगाए तीन बदमाशों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। फायरिंग से भगदड़ व चीख-पुकार मच गई। अजीत लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। 
मोहर सिंह शोर मचाते हुए बदमाशों के पीछे भागा, लेकिन तब तक वे बाइक से भाग चुके थे। सड़क पर हुई फायरिंग में जोमेटो-स्विगी के डिलीवरी बॉय आकाश को भी गोली लगी। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई जा रही है। वारदात के पीछे पुरानी रंजिश को वजह मानते हुए मऊ व आजमगढ़ पुलिस से संपर्क किया गया है। अजीत के साथी से पुलिस पूछताछ की जा रही है।      
पुलिस आयुक्त ने बताया कि अजीत सिंह के खिलाफ मऊ समेत अन्य जनपदों में गंभीर धाराओं के 17 मुकदमे हैं। उनके खिलाफ हत्या के पांच मामले हैं। बीते महीने ही मऊ से जिला बदर किए जाने के बाद से वह गोमतीनगर विस्तार में रह रहे थे।