पटना: 25 जुलाई (ए) बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने विधानसभा चुनाव से पहले उनके बेटे तेजस्वी यादव की ‘‘हत्या’’ की ‘‘साजिश’’ रची है।
‘ विशेष बातचीत में विधान परिषद में विपक्ष की नेता ने यह भी दावा किया कि तेजस्वी की हत्या की कोशिश पहले भी ‘‘कम से कम दो, तीन या चार बार’’ की जा चुकी है।राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की नेता से एक दिन पहले विधानसभा के अंदर हुई घटनाओं के बारे में पूछा गया था जहां सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने निचले सदन में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर हमला किया था।
तेजस्वी यादव की मां ने इस पर कहा, ‘‘तेजस्वी की हत्या की कोशिश की जा रही है। बिहार में इतनी हत्याएं हो रही हैं, (वे चाहते हैं कि) एक और हत्या हो जाए। इस साजिश में जद (यू)-भाजपा के अलावा और कौन शामिल हो सकता है। वे उसे मार डालना चाहते हैं ताकि वह चुनाव में उन्हें चुनौती देने के लिए मौजूद नहीं रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘तेजस्वी की हत्या की कोशिश पहले भी लगभग दो, तीन या चार बार हो चुकी है। एक बार तो एक ट्रक ने उनके वाहन को कुचलने की कोशिश की थी।’’
आगामी चुनाव में पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव के विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व करने की उम्मीद है।
राबड़ी देवी से सदन के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गुस्से के बारे में भी पूछे जाने पर राबड़ी देवी ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार काले कपड़ों से वैसे ही भड़क उठते हैं जैसे लाल रंग देखकर सांड भड़क उठता है। हमने सदन के अंदर क्या गलत किया? कार्यवाही रिकॉर्ड हो चुकी है। स्कूली बच्चे दर्शक दीर्घा में बैठे थे। मैं सरकार को चुनौती देती हूं कि वह हमारी ओर से किसी भी तरह की लापरवाही साबित करे।’’
कुमार ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में विपक्षी विधायकों के सदन में काले कपड़े पहनकर आने पर आपत्ति जताई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में सरकार को माकूल जवाब देने के इरादे से पहुंची थीं।
इससे पहले, उन्होंने विधान परिषद के गेट पर विधान परिषद के अन्य विपक्षी सदस्यों (एमएलसी) के साथ मिलकर प्रदर्शन किया था। इससे एक दिन पहले मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं के आचरण के खिलाफ नारे लगाए गए थे।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बृहस्पतिवार को विधानसभा के अंदर हुए हंगामे का ठीकरा सीधे तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले विपक्षी विधायकों पर फोड़ा था। पत्रकारों ने जब उपमुख्यमंत्री के इस दावे के बारे में उनसे पूछा तो राजद नेता भड़क गईं।
उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘मुझसे सम्राट चौधरी के बारे में मत पूछिए। मैं उन्हें बचपन से जानती हूं। वह एक गुंडा हैं और शहर के बोरिंग रोड इलाके में लड़कियों को परेशान करते थे। हमें जदयू-भाजपा गठबंधन के लोगों के बारे में ज्यादा बात नहीं करनी चाहिए। वे नाली के कीड़े जैसे हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने 1990 के दशक में राबड़ी देवी की कैबिनेट में मंत्री के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था।
जब एक अन्य उप-मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा से राबड़ी देवी के इस तीखे हमले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘‘राजद को जंगलराज से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए उन्हें अच्छी तरह पता है कि कौन गुंडा है और कौन नहीं।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘हम भाजपा के लोग समाज के व्यापक हित में सभी लोगों को साथ लेकर चलने और पूर्व में गुमराह किए गए लोगों को सुधारने में विश्वास करते हैं। जहां तक राबड़ी देवी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा का सवाल है तो राजद के लोगों से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती।’’