लोकसभा चुनाव: उत्तर प्रदेश की आठ सीट पर शाम पांच बजे तक 52 प्रतिशत से अधिक मतदान

उत्तर प्रदेश लखनऊ
Spread the love

लखनऊ: 26 अप्रैल (ए) लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीट पर शाम पांच बजे तक 52.64 प्रतिशत मतदान हो चुका है। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी।

सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ, जो शाम छह बजे संपन्न होगा।

दूसरे चरण में अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा सीट पर मतदान हो रहा है।

सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतार लगने लगी। दोपहर तक लोग छाता लेकर धूप से बचते हुए कतार में लगते नजर आये।

निर्वाचन आयोग के मुताबिक, शाम पांच बजे तक अलीगढ़ में 54.36 प्रतिशत, अमरोहा में 61.89 फीसद, बागपत में 52.74 फीसद, बुलंदशहर में 54.34 फीसद, गौतमबुद्धनगर में 51.66 फीसद, गाजियाबाद में 48.21 फीसद, मथुरा में 46.96 फीसद और मेरठ में 54.62 फीसद मतदान हो चुका है।

उत्तर प्रदेश के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिनवा ने बताया कि द्वितीय चरण के आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव मैदान में 91 प्रत्याशी हैं, जिनमें 81 पुरुष तथा 10 महिलाएं हैं।

रिनवा ने बताया कि संख्या की दृष्टि से सबसे अधिक मतदाता गाजियाबाद (29 लाख, 45 हजार 487) में तथा सबसे कम मतदाता बागपत (16 लाख 53 हजार 146) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं।

दूसरे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में ‘‘रामायण’’ धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका निभा चुके भाजपा के अरुण गोविल (मेरठ), अभिनेत्री हेमा मालिनी (मथुरा), पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा (गौतमबुद्ध नगर) और अतुल गर्ग (गाजियाबाद) शामिल हैं।

इनके अलावा इनमें कांग्रेस के दानिश अली (अमरोहा), राष्ट्रीय लोक दल के राजकुमार सांगवान (बागपत) और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार व पूर्व सांसद बिजेन्द्र सिंह (अलीगढ़) का नाम भी शामिल है।

इन सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग), विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला होने की उम्मीद है।

मथुरा में भाजपा उम्मीदवार हेमा मालिनी ने पत्रकारों से कहा ”मोदी जी, योगी जी और अमित शाह जी, इन तीनों ने देश के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है। वे हमारे साथ हैं और हम जीत रहे हैं, कोई समस्या नहीं है।”

हेमा मालिनी ने कहा, “अगर विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों ने मथुरा के लिए थोड़ा भी काम किया होता तो मैं मथुरा से सांसद नहीं होती।”

रालोद के प्रमुख व सांसद जयंत चौधरी ने अपनी पत्नी चारू चौधरी के साथ मथुरा में एक बूथ पर अपना वोट दिया।

जयंत चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, “लोग पिछले दस वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों से प्रभावित हैं और यही कारण है कि भाजपा को बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है।”

मथुरा में करीब एक दर्जन गांवों के मतदाता अपनी बुनियादी समस्याओं के प्रति जनप्रतिनिधियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए मतदान का बहिष्कार किये लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के आश्वासन के बाद अधिकांश जगह मतदान शुरू हो गया।

जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि “ग्रामीणों को इस आश्वासन के साथ वोट डालने के लिए राजी किया जा रहा है कि उनकी समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।”

मथुरा जिले के माट विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने कहा, “माट विधानसभा क्षेत्र में मतदान का बहिष्कार करने वाले आठ गांवों में से सात में मतदान शुरू हो गया है।”

गांव इरौली जुन्नारदार में शाम करीब चार बजे तक बहिष्कार जारी रहा।

विधायक चौधरी ने कहा, “मैं ग्रामीणों को बहिष्कार हटाने के लिए मनाने जा रहा हूं! उनकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।”

कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने ग्रामीणों को उनकी समस्या पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि छाता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले देवपुरा गांव में मतदान फिर से शुरू हो गया है।

उप जिलाधिकारी (एसडीएम) गोवर्धन नीलम श्रीवास्तव ने दावा किया कि कन्हई और बंदपुरा गांवों में करीब चार-पांच घंटे तक बहिष्कार किया गया लेकिन मतदान प्रशासन के समझाने के बाद फिर से शुरू हुआ।

भाजपा के राज्यसभा सदस्य चौ. तेजवीर सिंह ने बताया कि गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र के मुखराई गांव के ग्रामीणों का कहना था कि दस वर्षों से कई बार मांग किए जाने के बाद भी उन्हें अभी तक गोवर्धन तहसील में नहीं जोड़ा गया है, जबकि गोवर्धन का तहसील भवन उनके ही खेतों की भूमि पर बनाया जा रहा है। चौ. तेजवीर सिंह ने उन्हें आश्वासन देकर मनाया। फिर भी गांव में केवल 105 लोगों द्वारा ही मताधिकार का प्रयोग किए जाने की सूचना मिली है।

यही हाल, इसी क्षेत्र के कोन्हई व डिरावली गांव का था। वहां सुबह केवल आठ वोट पड़े थे जबकि डिरावली में तो केवल एक मतदाता ने ही वोट डाला था। इसी प्रकार मुखराई गांव के लोगों ने तो उन्हें मनाए जाने से पूर्व एक भी वोट नहीं डाला था।

बुलंदशहर के पहासू विकास क्षेत्र के छोटाबास गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में पूर्वाह्न लगभग 11 बजे तक मतदान शुरू नहीं हो सका था। गांव में एक रास्ते के निर्माण की मांग को लेकर गांव वालों ने मतदान नहीं किया, लेकिन मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद मतदान शुरू हो गया।

शिकारपुर की उप जिलाधिकारी प्रियंका गोयल ने बताया कि गांव वालों की शिकायत के निस्तारण का आश्वासन देने के बाद वे मतदान के लिए तैयार हो गये।

हेमा मालिनी ने कहा, “अगर विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों ने मथुरा के लिए थोड़ा भी काम किया होता तो मैं मथुरा से सांसद नहीं होती।”

रालोद के प्रमुख व सांसद जयंत चौधरी ने अपनी पत्नी चारू चौधरी के साथ मथुरा में एक बूथ पर अपना वोट दिया।

जयंत चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, “लोग पिछले दस वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों से प्रभावित हैं और यही कारण है कि भाजपा को बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है।”

मथुरा में करीब एक दर्जन गांवों के मतदाता अपनी बुनियादी समस्याओं के प्रति जनप्रतिनिधियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए मतदान का बहिष्कार किये लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के आश्वासन के बाद अधिकांश जगह मतदान शुरू हो गया।

जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि “ग्रामीणों को इस आश्वासन के साथ वोट डालने के लिए राजी किया जा रहा है कि उनकी समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।”

मथुरा जिले के माट विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने कहा, “माट विधानसभा क्षेत्र में मतदान का बहिष्कार करने वाले आठ गांवों में से सात में मतदान शुरू हो गया है।”

गांव इरौली जुन्नारदार में शाम करीब चार बजे तक बहिष्कार जारी रहा।

विधायक चौधरी ने कहा, “मैं ग्रामीणों को बहिष्कार हटाने के लिए मनाने जा रहा हूं! उनकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।”

कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने ग्रामीणों को उनकी समस्या पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि छाता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले देवपुरा गांव में मतदान फिर से शुरू हो गया है।

उप जिलाधिकारी (एसडीएम) गोवर्धन नीलम श्रीवास्तव ने दावा किया कि कन्हई और बंदपुरा गांवों में करीब चार-पांच घंटे तक बहिष्कार किया गया लेकिन मतदान प्रशासन के समझाने के बाद फिर से शुरू हुआ।

भाजपा के राज्यसभा सदस्य चौ. तेजवीर सिंह ने बताया कि गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र के मुखराई गांव के ग्रामीणों का कहना था कि दस वर्षों से कई बार मांग किए जाने के बाद भी उन्हें अभी तक गोवर्धन तहसील में नहीं जोड़ा गया है, जबकि गोवर्धन का तहसील भवन उनके ही खेतों की भूमि पर बनाया जा रहा है। चौ. तेजवीर सिंह ने उन्हें आश्वासन देकर मनाया। फिर भी गांव में केवल 105 लोगों द्वारा ही मताधिकार का प्रयोग किए जाने की सूचना मिली है।

यही हाल, इसी क्षेत्र के कोन्हई व डिरावली गांव का था। वहां सुबह केवल आठ वोट पड़े थे जबकि डिरावली में तो केवल एक मतदाता ने ही वोट डाला था। इसी प्रकार मुखराई गांव के लोगों ने तो उन्हें मनाए जाने से पूर्व एक भी वोट नहीं डाला था।

बुलंदशहर के पहासू विकास क्षेत्र के छोटाबास गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में पूर्वाह्न लगभग 11 बजे तक मतदान शुरू नहीं हो सका था। गांव में एक रास्ते के निर्माण की मांग को लेकर गांव वालों ने मतदान नहीं किया, लेकिन मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद मतदान शुरू हो गया।

शिकारपुर की उप जिलाधिकारी प्रियंका गोयल ने बताया कि गांव वालों की शिकायत के निस्तारण का आश्वासन देने के बाद वे मतदान के लिए तैयार हो गये।