इस्लामाबाद: 11 सितंबर (ए)) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बृहस्पतिवार को कतर के अमीर से मुलाकात की और दोहा में इजराइल की ओर से रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर किए गए हालिया हमलों की निंदा करते हुए खाड़ी देश के साथ एकजुटता जताई।शरीफ ने मुस्लिम देशों से इजराइली आक्रामकता के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह भी किया।आधिकारिक बयान के मुताबिक, एक दिवसीय यात्रा पर दोहा पहुंचे शरीफ ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ “बहुत गर्मजोशी भरी और सौहार्दपूर्ण बैठक” की।आधिकारिक बयान के मुताबिक, एक दिवसीय यात्रा पर दोहा पहुंचे शरीफ ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ “बहुत गर्मजोशी भरी और सौहार्दपूर्ण बैठक” की।
बयान में शरीफ के हवाले से कहा गया है, “पश्चिम एशिया में इजराइल की बेशर्म आक्रामकता को रोका जाना चाहिए। इजराइल उकसावे के मद्देनजर उम्माह (वैश्विक मुस्लिम समुदाय) को अपने सदस्यों के बीच एकता की जरूरत है।”
इसमें कहा गया है कि शरीफ ने दोहा में नौ सितंबर के इजराइली हमले की पाकिस्तान की तरफ से कड़ी निंदा की और इसे कतर की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का घोर उल्लंघन बताया।
बयान के अनुसार, शरीफ ने कहा कि “पाकिस्तान का नेतृत्व और जनता कतर के खिलाफ इस हमले से बहुत विचलित है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है।”
इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने गाजा पट्टी में शांति बहाली से जुड़े प्रयासों में कतर की जिम्मेदार, रचनात्मक और मध्यस्थ भूमिका की सराहना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजराइल की ऐसी आक्रामक गतिविधियां स्पष्ट रूप से क्षेत्रीय स्थिरता को कमजोर करने और शांति स्थापना से जुड़े राजनयिक एवं मानवीय प्रयासों को खतरे में डालने का प्रयास हैं।
बयान के मुताबिक, शरीफ ने पाकिस्तान और कतर के बीच ऐतिहासिक, दोस्ताना संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देश हर अच्छे-बुरे समय में गर्व से एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाईचारे की इसी भावना के तहत पाकिस्तान इस चुनौतीपूर्ण समय में कतर के अमीर, शाही परिवार और सौहार्द प्रिय लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
बयान के अनुसार, शरीफ ने कतर के नेतृत्व को इस “अनुचित उकसावे” के खिलाफ पाकिस्तान की पूर्ण एकजुटता और समर्थन का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि कतर के अनुरोध पर पाकिस्तान ने पश्चिम एशिया में हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाने का आग्रह किया था।
बयान में कहा गया है कि शरीफ ने 15 सितंबर को असाधारण अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के कतर के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ओआईसी के सामने इस शिखर सम्मेलन के सह-प्रायोजन और सह-आयोजन की इच्छा व्यक्त की है।