शिलांग: 12 जून (ए) राजा रघुवंशी के हत्यारों की योजना किसी महिला की हत्या कर उसके शव को जलाने की थी, ताकि उसे राजा की पत्नी सोनम का शव बताया जा सके और सोनम सच्चाई सामने आने तक कुछ और दिनों तक छिपी रहे। मेघालय पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
मेघालय पुलिस को यह भी पता चला कि सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाह हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड था और वह सह-साजिशकर्ता थी।
सोनम से पूछताछ के पहले दिन उसके कथित प्रेमी राज और तीन अन्य ने यह भी खुलासा किया कि वह (सोनम) बुर्का पहनकर मेघालय से भागी थी और टैक्सी, बस और ट्रेन जैसे विभिन्न परिवहन साधनों का उपयोग करके मध्यप्रदेश के इंदौर पहुंची थी।
पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने ‘ बताया कि राजा की हत्या की साजिश 11 मई को सोनम के साथ उसकी शादी से ठीक पहले इंदौर में रची गई थी तथा इसका मास्टरमाइंड राज कुशवाह है, जबकि सोनम ने इस साजिश के लिए सहमति जताई थी।
पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने कहा, ‘‘तीनों युवक दोस्त थे और उनमें से एक राज का चचेरा भाई है। यह हत्या की सुपारी देने का कोई मामला नहीं है। हां, योजना हत्या की थी और उन्होंने अपने दोस्त राज की मदद करने के लिए ऐसा किया।’’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज ने उन्हें खर्च के लिए 50,000 रुपये दिए थे।
उन्होंने बताया कि वारदात की योजना फरवरी में इंदौर में शुरू हुई थी और उन्होंने राजा की हत्या के बाद सोनम के वहां से फरार होने के तरीके सोचे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपियों की एक योजना यह थी कि लोगों को विश्वास दिलाया जाए कि वह झरने में बह गई होगी। दूसरी योजना यह थी कि किसी अनजान महिला की हत्या कर दी जाए, उसके शव को दोपहिया वाहन पर लाद दिया जाए, शव को जला दिया जाए और दावा किया जाए कि यह सोनम का शव है। हालांकि, कोई भी योजना सफल नहीं हुई।’’
अधिकारी के मुताबिक, आरोपी नव-विवाहित जोड़े के 19 मई को असम पहुंचने से कुछ दिन पहले गुवाहाटी आए थे और उन्होंने पहले गुवाहाटी में ही राजा की हत्या करने की योजना बनाई थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वे लोग एक साथ वेइसाडोंग जलप्रपात के लिए निकले और वहां तीनों ने असम से खरीदी गई कुल्हाड़ी से राजा पर हमला कर दिया तथा अपराह्न दो बजे से 2.18 बजे के बीच सोनम के सामने राजा की हत्या कर दी और शव को एक खाई में फेंक दिया।
अधिकारी के अनुसार, सोनम ने अपना रेनकोट आकाश को दे दिया, क्योंकि उसकी शर्ट पर खून के धब्बे थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपी स्कूटर से वीसावडोंग के लिए निकले और आकाश ने बाद में रेनकोट फेंक दिया, क्योंकि उस पर भी खून के धब्बे थे।
एसपी ने बताया कि आरोपियों ने सोनम और राजा द्वारा किराये पर लिया गया दोपहिया वाहन भी एक स्थान पर छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जब सोनम के लापता होने की बात सामने आई, तो पुलिस ने रेनकोट और दोपहिया वाहन बरामद कर लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘राज ने विशाल को एक बुर्का दिया था, जिसे उसने सोनम को सौंप दिया। वह उसे पहनकर पुलिस बाजार पहुंची और टैक्सी लेकर गुवाहाटी चली गई। गुवाहाटी से वह बस से सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) पहुंची। वहां से वह पटना और आरा जाने के लिए बस लेती हुई लखनऊ के लिए ट्रेन में सवार हुई। लखनऊ से सोनम बस लेकर इंदौर पहुंचीं।’’
इस बीच, मेघालय की मीडिया ने एक पर्यटक गाइड से बातचीत की, जिसने बताया कि उसने सोनम और राजा को तीन लोगों के साथ देखा था।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, राज ने सोनम से कहा कि वह इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी में कहीं चली जाए और खुद को अपहरण का शिकार बताए, लेकिन आठ जून को जब सोनम इंदौर से निकली, तो मेघालय से दो पुलिस टीम सादे कपड़ों में उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश पहुंच गईं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘जब उत्तर प्रदेश में पहली गिरफ्तारी (आकाश) हुई, तो राज घबरा गया और उसने सोनम से कहा कि वह जहां भी हो, अपने परिवार को फोन करके बताए कि वह अपहरण गिरोह से बचकर भागी है। इस तरह, गाजीपुर में यह पूरा मामला सामने आया। ’’
उन्होंने सोचा था कि राजा का शव नहीं मिलेगा, क्योंकि वह बहुत दूर था और पुलिस जांच में एक से दो महीने लग जाएंगे, इसलिए सोनम ने खुद को पीड़ित बताने के बारे में सोचा।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उनके बयान दर्ज कर रहे हैं। हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं। एक बार जब हमें स्पष्ट तस्वीर मिल जाएगी-जैसा कि आरोपियों ने अलग-अलग बात कही है-तो हम सबूत इकट्ठा करेंगे और अपराध स्थल पर अपराध के दृश्य को दोहराएंगे।’’
पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि पुलिस इस मामले में अनिवार्य 90 दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल कर देगी।
सोनम (25) को मेघालय में हनीमून के दौरान अपने पति राजा रघुवंशी (29) की साजिशन हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सोनम पर आरोप है कि उसने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह (20) के साथ मिलकर भाड़े के तीन हत्यारों के जरिये अपने पति की हत्या कराई, ताकि उसे रास्ते से हटाया जा सके।
राजा रघुवंशी हत्याकांड के पांचों आरोपी फिलहाल मेघालय पुलिस की हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ के जरिये इस वारदात की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।
राजा और सोनम 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में छुट्टियां मनाते समय लापता हो गए थे। राजा का शव दो जून को एक खड्ड में मिला था, जबकि सोनम घटना के बाद से लापता थी।
सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में पुलिस के सामने आठ जून को देर रात आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि कुशवाहा समेत चार आरोपियों को मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया था।
राजा का परिवार ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है। सोनम और राजा की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी और वे 20 मई को हनीमून के लिए गुवाहाटी रवाना हुए थे।
मेघालय पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) राजा रघुवंशी की हत्या के मामले की तहकीकात कर रहा है।