गोड्डा,14 जनवरी (ए)। झारखंड के गोड्डा जिले में संथाल आदिवासियों के सबसे बड़े त्योहार सोहराय पर होने वाले अश्लील नृत्य को लेकर एक महिला प्रोफेसर को टिप्पणी करना भारी पड़ गया। कुछ आदिवासी छात्रों ने प्रोफेसर को फेसबुक पोस्ट डिलीट न करने पर जान से मारने की धमकी दी है। महिला प्रोफेसर ने इसे लेकर गोड्डा नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। रजनी मुर्मू नाम की महिला गोड्डा कॉलेज में समाजशास्त्र की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वह खुद जाति से संथाल हैं। सोहराय संथाल आदिवासियों का 5 दिनों तक चलने वाला सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। आदिवासियों के इस परंपरागत त्योहार में सबसे बड़ी खासियत होती है उसका सामूहिक नृत्य। इसमें सभी लिंगों के लोग एक साथ मांदर की थाप पर झूमते रहते हैं। यह कहना जरूरी नहीं कि इसमें शराब का सेवन बिल्कुल ही कॉमन होता है। आजकल कॉलेज में ही एक दिवसीय सोहराय कार्यक्रम का आयोजन होने लगा है। इसमें लड़के-लड़कियों का ज्यादा फोकस डांस पर होता है। प्रोफेसर रजनी मुर्मू ने इसी डांस पर टिप्पणी करते हुए लिखा, ”यहां नृत्य कम और अश्लील हरकतें ज्यादा होती हैं।” कुछ तथाकथित छात्र संगठनों ने इसे आदिवासी परंपरा का अपमान माना और धमकी दी कि अविलंब पोस्ट को डिलीट करें अन्यथा उनका बिठलाहा किया जाएगा। बता दें कि बिठलाहा एक तरह से सामूहिक दंड देने की प्रथा होती है, जिसमें जान भी ली जा सकती है। प्रोफेसर रजनी मुर्मू ने गोड्डा नगर थाना में आवेदन देकर अपने रक्षा की गुहार लगाई है। गोड्डा नगर थाना के इंस्पेक्टर मुकेश पांडे ने बताया कि शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ है और पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।