उन्नाव, 18 मई (ए)। यूपी के उन्नाव से एक ऐसी खबर सामने आई है जहां
ट्रैफिक सिपाही से अभद्रता करने वाले भाजपा नेता को शासन ने सबक सिखा दिया। रास्ते में गाड़ी खड़ी कर, हूटर बजाने से मना करने पर भाजपा नेता ने सिपाही के साथ गाली-गलौज की और वर्दी उतरवाने की धमकी दी। फिर उसके ख्लिाफ कार्रवाई की मांग लेकर थाने में हंगामा भी मचाया। अफसरों की पूंछताछ में सिपाही फूट-फूट कर रो पड़ा। उसने असलियत बताई। सिपाही के रोने का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया। बुधवार को अपर मुख्यसचिव गृह ने फौरन रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया। भाजपा नेता समेत सात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। ट्रैफिक सिपाही माधव सिंह ने अफसरों को बताया है कि उसकी ड्यूटी गांधीनगर तिराहे पर थी। सवा छह बजे भाजपा नेता रज्जन मिश्र (सूर्यकुमार मिश्र) अपने साथी संदीप पांडेय, पंकज दीक्षित और ड्राइवर के साथ चौराहे पर पहुंचे। सड़क पर गाड़ी खड़ी की और फल खरीदने लगे। जाम लगा तो मैंने ड्राइवर से कहा कि गाड़ी आगे बढ़ा ले। कार की नंबर प्लेट की फोटो खींच ली। इससे नाराज रज्जन मेरे साथ गाली गलौज करने लगे। वर्दी उतरवाने की धमकी दी। उनके समर्थन में स्थानीय तीन चार लोग और आ गए। सब मिलकर जबरन कोतवाली ले गए। जहां एएसएसआई अवधेश सिंह मौजूद थे। भाजपा नेता ने कोतवाली में हंगामा करते हुए कार्रवाई की मांग की। इस बीच कोतवाली प्रभारी ओपी राय, ट्रैफिक प्रभारी अरविंद पांडेय भी पहुंच गए। भाजपा नेता समर्थकों के साथ उनके सामने भी दबंगई दिखाने लगा। इंसपेक्टर ने माधव सिंह को बुलाकर पूछा तो वह पूरी बात बताकर रो पड़ा। दूसरे सिपाही ने उसके आंसू पोछे। भाजपा नेता रोब दिखाते हुए समर्थकों के साथ चला गया। सिपाही के रोने का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया में शेयर कर दिया। बुधवार को यह वीडियो शासन तक पहुंचा तो हड़कंप मच गया। देर रात गृह विभाग से निर्देश आया कि आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाए। कोतवाली पुलिस ने माधव सिंह की तहरीर पर धारा 143, 147, 332 और 504 के तहत रज्जन मिश्र, संदीप पांडेय, पंकज दीक्षित समेत सात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की है। उधर घटना से आहत सिपाही तीन दिन की छुट्टी पर चला गया है।
