सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे गिरफ्तार

राष्ट्रीय
Spread the love

मुंबई,24 अगस्त (ए)। महाराष्ट्र पुलिस ने थप्पड़ वाले बयान के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। राणे पर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। नारायण राणे को पहले चिपलून से हिरासत में लिया गया था, उसके बाद कागजी कार्यवाही पूरी कर गिरफ्तार कर लिया गया।
दरअसल, राणे ने हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर एक बयान दिया था। इस बयान में उन्होंने ठाकरे की आलोचना करने के साथ ही उन्हें थप्पड़ मारने की बात कह डाली थी। इस बयान के बाद उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद नासिक पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए रत्नागिरी रवाना हो गई थी। 
वहीं गिरफ्तारी की सूचना मिलने के फौरन बाद केंद्रीय मंत्री राणे ने रत्नागिरी कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। नारायण राणे के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं।इससे पहले

नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी किए। राणे के खिलाफ महाराष्ट्र के उत्तरी शहर में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उन्होंने यह आदेश जारी किए हैं।

अधिकारी ने बताया कि आदेश के बाद नासिक पुलिस का एक दल आज सुबह रत्नागिरी जिले के लिए रवाना हो गया, जहां राणे अभी अपनी ‘जन आर्शीवाद यात्रा’ निकाल रहे हैं।

राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं।

राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा, ‘‘ यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’’

राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में और फिर, 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

राणे के इस विवादित बयान के बाद शिवसेना की नासिक इकाई के प्रमुख ने साइबर पुलिस थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर नासिक में राणे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 500, 505, 153-बी(1)(सी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

राणे की टिप्पणी के मद्देनजर पूरे राज्य और नासिक में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मामले की जांच और केन्द्रीय मंत्री की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए।

अधिकारी ने बताया कि नासिक के पुलिस उपयुक्त (डीसीपी) (अपराध) संजय बरकुण्ड के नेतृत्व में एक दल को राणे को गिरफ्तार करने के लिए रत्नागिरी के चिपलुन रवाना किया गया है। इस दल में पुलिस निरीक्षक आनंद वाघ और अन्य अधिकारी भी शामिल हैं। दल को राणे को गिरफ्तार करने और उन्हें नासिक की एक अदालत के समक्ष पेश करने को कहा गया है। दल को केन्द्रीय मंत्री को गिरफ्तार करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन करने का भी निर्देश दिया गया है।

पांडे ने कहा, ‘‘ राणे के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद हम मामले के तथ्य के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं। हम कानून का पालन कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस तरह का अपराध दोबारा ना हो इसलिए गिरफ्तारी जरूरी है।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि उनको गिरफ्तार कर अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारी ने बताया कि राणे की गिरफ्तारी के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को इस बारे में सूचित किया जाएगा, क्योंकि केन्द्रीय मंत्री राज्यसभा के सदस्य हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ राणे को गिरफ्तार करते समय पुलिस केन्द्रीय मंत्री के संबंध में सभी नियमों का पालन करेगी।’’

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री के रूप में उनके सभी विशेषाधिकारों पर विचार किया जाएगा। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह जो भी कहना चाहते हैं, अदालत के समक्ष कह सकते हैं।

इस बीच, औरंगाबाद में शिवसेना के प्रवक्ता अंबादास दानवे ने मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी को लेकर क्रांति चौक थाने में भी राणे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए दानवे ने कहा कि राणे का बयान ‘‘आपत्तिजनक’’ था और उन्होंने भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।

दानवे ने कहा कि शिवसेना की महिला शाखा भी औरंगाबाद में प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा ‘‘पहले, शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे नारायण राणे को ‘नारू’ कहते थे जिसका मराठी में अर्थ बीमारी होता है। शिवसेना के पास इस बीमारी का इलाज है