सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल): 20 मई (ए)।) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि हिंसा की घटनाओं का दंश आम लोगों को झेलना पड़ता है लेकिन यह नेताओं को हालात का फायदा उठाने का मौका देती है।
उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर कई सामग्री लोगों को बांटने और हिंसा को भड़काने के लिए गलत सूचना फैलाने के इरादे से पोस्ट की गईं।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने किसी विशेष घटना का उल्लेख नहीं किया, लेकिन राज्य के मुस्लिम बहुल जिले मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में पिछले माह सांप्रदायिक हिंसा देखी गई थी जिसमें तीन लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।
बनर्जी ने कहा, ‘‘जो लोग हिंसा का हिस्सा होते हैं वे नहीं चाहते कि आम जनता के साथ कुछ भला हो। अगर दंगा होता है तो तोड़फोड़ की जाएगी, घरों नुकसान पहुंचाया जाएगा और लोग मारे जाएंगे।’’
मुख्यमंत्री यहां पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों तथा सिलीगुड़ी उपखंड से संबंधित जनवितरण कार्यक्रम में बोल रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई दंगा होता है तो नेताओं को स्थिति का फायदा उठाने का मौका मिलता है। मैं कोई दंगा नहीं चाहती। मैं शांति और राहत चाहती हूं; मैं मजबूती चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि लोग हर तरह के डर से मुक्त रहें।’’
केंद्र की ओर से वक्फ अधिनियम में संशोधन किए जाने के बाद इस कदम के खिलाफ हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान दंगे भड़क गए थे और मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर जैसे इलाकों में हिंसा देखी गई थी।
मंगलवार के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों से यह ध्यान रखने को कहा कि ‘‘सोशल मीडिया पर अधिकांश पोस्ट फर्जी होते हैं और जो लोग उन्हें पोस्ट करते हैं वे सिर्फ धन कमाने के लिए नफरती मानसिकता के साथ ऐसा करते हैं।’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री राज्य के उत्तरी हिस्से के जिलों के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।