गुवाहाटी/कोकराझार, 22 अगस्त (ए) । असम के कोकराझार जिले में बैंक डकैती का प्रयास करने वाले तीन संदिग्ध डकैतों की रविवार तड़के गोली लगने से मौत हो गई। यह जानकारी रविवार को पुलिस ने दी।
जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस के पास गुप्त सूचना थी कि डकैतों का एक गिरोह कोकराझार शहर में भोटगांव के पास इलाहाबाद बैंक में डकैती करने का प्रयास करेगा।
उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले इसी शाखा में डकैती के एक प्रयास को विफल कर दिया गया था।
अधिकारी ने बताया कि गिरोह को तड़के ढाई बजे भोटगांव के पास चेंगमारी में घेर लिया गया।
उन्होंने बताया कि घिरने के बाद डकैतों ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन डकैत जख्मी हो गए । अधिकारी ने बताया कि जख्मी डकैतों को पास के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि मारे गए डकैतों के पास से मोबाइल फोन, वाहन, उपकरण, गैस कटर, दो पिस्तौल एवं ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किए गए।
पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने कहा, ‘‘शेष डकैतों को बाहर निकालने के लिए देर रात तक अभियान जारी था।’’
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बैंक डकैती रोकने में पुलिस के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘कोकराझार में डकैतों की एक टीम को पुलिस ने निष्क्रिय किया। इससे एक बड़ी बैंक डकैती टल गई।’’
सरमा ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से शनिवार को तालिबान के 15 कथित समर्थकों को पकड़ने के लिए भी असम पुलिस की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘असम को अपराध मुक्त बनाना है। हत्या, हिंसा, नफरत– इन सभी को राज्य से समाप्त करना है। और लक्ष्य प्राप्त करने तक हम काम जारी रखेंगे।’’
सरमा के नेतृत्व में भाजपा नीत नई सरकार के राज्य में मई में शासन संभालने के बाद से इस घटना सहित पुलिस मुठभेड़ में मरने वालों की संख्या 20 हो गई है, जबकि हिरासत से भागने के प्रयास में 31 व्यक्ति जख्मी हो गए।
पुलिस मुठभेड़ में लोगों के मारे जाने की बढ़ती संख्या को लेकर सरमा सरकार विपक्षी दलों और अधिकार कार्यकर्ताओं के निशाने पर है।
बहरहाल, मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानून के दायरे में अपराधियों से लड़ने के लिए पुलिस को ‘‘पूरी स्वतंत्रता’’ है।