आजमगढ़-मऊ-वाराणसी में भाजपा की हार, गढ़ में सपा प्रत्याशी की जमानत जब्त

राष्ट्रीय
Spread the love

लखनऊ,12 अप्रैल (ए)। यूपी में एमएलसी चुनाव के नतीजे अधिकतर सीटों पर भाजपा के पक्ष में रहे हैं, लेकिन आजमगढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह ने जीत हासिल की है। यहां भाजपा का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहा।आजमगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी और भाजपा से निकाले गए एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत ने जीत हासिल की है।  रायबरेली सीट पर भाजपा प्रत्याशी एवं राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह जीत गए हैं। देवरिया-कुशीनगर एमएलसी सीट से सपा प्रत्याशी कफील खान हार गए हैं

वाराणसी में एक बार फिर से बृजेश सिंह का दबदबा क़ायम रहा। एमएलसी चुनाव में उनकी पत्नी अन्नपूर्णा ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। यहां भाजपा को तीसरा स्थान मिला। अंतिम चक्र की मतगणना में सपा के उमेश यादव को 345, भाजपा के डॉ सुदामा पटेल को 170 वोट मिले। वहीं, निर्दलीय अन्न पूर्णा सिंह ने 4234 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। इसमें 127 कुल निरस्त मतपत्र मिले।

बता दें कि 24 वर्ष से बनारस की इस सीट पर केंद्रीय जेल में बंद बृजेश सिंह या उनके परिवार का ही कब्जा रहा है। निवर्तमान एमएलसी बृजेश सिंह के बड़े भाई उदयभान सिंह उर्फ चुलबुल सिंह एमएलसी सीट पर 1998 में एमएलसी बने। दो बार एमएलसी चुने गए और पंचायत चुनाव में उनका दबदबा जगजाहिर ही है। इसके बाद 2010 में बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह बसपा के टिकट से इस सीट पर एमएलसी बनी। इसके बाद वर्ष 2016 में बृजेश सिंह मैदान में उतरे तो भाजपा ने उन्हें समर्थन दिया और उनके खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं उतारा।सुल्तानपुर-अमेठी विधान परिषद सीट से भाजपा के शैलेंद्र प्रताप सिंह विजयी हुए हैं। उन्होंने सपा प्रत्याशी शिल्पा प्रजापति को बड़े अंतर से पराजित किया। भाजपा के शैलेन्द्र प्रताप सिंह को 2481 मत मिले हैं वहीं सपा की शिल्पा प्रजापति को 1119 मत मिले। शैलेंद्र प्रताप सिंह पांचवीं बार एमएलसी निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने अब तक छह बार चुनाव लड़ा, जिसमें पांच बार जीत हासिल की हैरायबरेली सीट पर भाजपा प्रत्याशी एवं राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह जीत गए हैं। देवरिया-कुशीनगर एमएलसी सीट से सपा प्रत्याशी कफील खान हार गए हैं। वहीं इस चुनाव में सपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है।