छत्तीसगढ़ सीएम बघेल ने नक्सलियों से की RSS की तुलना, बोले- सब नागपुर से कंट्रोल हो रहा

छत्तीसगढ़ रायपुर
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रायपुर, 13 अक्टूबर (ए)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना माओवादियों से की है। बुधवार को भूपेश बघेल ने कहा कि जिस तरह राज्य में माओवादी दूसरे राज्यों में बैठे अपने वरिष्ठ कैडरों के जरिए संचालित किये जाते हैं उसी तरह स्थानीय आरएसएस कार्यकर्ता नागपुर से संचालित किये जाते हैं। सीएम भूपेश बघेल पिछले सप्ताह हुए कवर्धा हिंसा को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। 
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कवर्धा हिंसा के मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 सालों के शासन के दौरान आरएसएस के लोगों ने कुछ नहीं किया और वो आज भी एक बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे हैं। यहां तक कि आज भी उनकी (आरएसएस कार्यकर्ताओं) नहीं सुनी जाती है और उन्हें नागपुर से कंट्रोल किया जाता है।
सीएम ने कहा, ‘जैसे नक्सलियों के नेता आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दूसरे प्रदेशों में हैं और यहां के लोग केवल गोली चलाने व गोली खाने का काम करते हैं, वैसी ही स्थिति आरएसएस की है। जो कुछ है, वह नागपुर से है। यहां आरएसएस के लोग बंधुआ मजदूर की तरह काम करते रहे हैं। इनकी कुछ नहीं चलती, सब नागपुर से संचालित होते हैं।’
इससे पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि कवर्धा हिंसा के पीछे भाजपा और अन्य राइट-विंग आउटफिट का हाथ हैं। पिछले सफ्ताह ही भाजपा के सांसद और पूर्व सीएम रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह पर कवर्धा हिंसा के मामले में केस भी दर्ज किया गया था। 
भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए बघेल ने आगे कहा, ‘उनके पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है। उन्हें किसानों, दलितों, पिछड़े वर्गों पर कुछ भी नहीं कहना है। बीजेपी के पास सिर्फ दो मुद्दा है धर्मांतरण और सांप्रदायिकता, जिसमें उन्हें महारथ हासिल है। वो लोगों को आपस में लड़वाते हैं।’
आरएसएस को लेकर सीएम भूपेश बघेल के बयान के बाद राज्य के नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह सीएम ने आरएसएस और माओवाद की तुलना की है, सच्चाई यह है कि यह उनके शब्द नहीं है बल्कि यह उनकी लेफ्टिस्ट सोच है। कांग्रेस अपने सिद्धांतों को खो चुकी है।’ धर्मलाल कौशिक ने सीएम को नसीहत भी दी है कि आरएसस पर प्रतिक्रिया देने से पहले उन्हें उसके बारे में पढ़ना चाहिए।