तृणमूल ने बार-बार ‘‘राजनीतिक पाला बदलने’’ के लिए नीतीश की निंदा की

राष्ट्रीय
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कोलकाता: 28 जनवरी (ए) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पद से इस्तीफा देने और ‘‘बार-बार राजनीतिक पाला बदलने के लिए’’ रविवार को उनकी निंदा की और कहा कि लोग इस प्रकार की ‘‘अवसरवादिता’’ का उचित जवाब देंगे।

तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार नियमित अंतराल पर अपना राजनीतिक पाला बदलने के लिए जाने जाते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) को छोड़ने का फैसला किया और उनके राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में शामिल होने की संभावना है। जनता इस तरह के राजनीतिक अवसरवाद का करारा जवाब देगी।’’यह पूछे जाने पर कि जदयू के ‘इंडिया’ गठबंधन से बाहर जाने का क्या असर पड़ेगा, रॉय ने कहा कि यह गठबंधन के लिए कोई झटका नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई सहयोगी आपको छोड़ देता है तो यह राजनीतिक रूप से अच्छा नहीं है, लेकिन राजनीति में ऐसी चीजें होती रहती हैं, लोग आते हैं और चले जाते हैं इसलिए यह कोई झटका नहीं है।’’

तृणमूल के एक अन्य नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कुमार की राजनीतिक विश्वसनीयता पर चिंता व्यक्त की।

नेता ने कहा, ‘‘पाला बदलने के उनके इतिहास के कारण तृणमूल उनकी विश्वसनीयता को लेकर हमेशा आशंकित थी, लेकिन कांग्रेस कुमार को एक बहुत विश्वसनीय भागीदार मानती थी।’’

तृणमूल के मंत्री फिरहाद हाकिम ने भी नीतीश कुमार की निंदा की और आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा (भारतीय जनता पार्टी)को हराने की विपक्षी गठबंधन की क्षमता पर विश्वास जताया।

उन्होंने कहा, ‘‘लोग सब कुछ देख रहे हैं। यदि आप अपने राजनीतिक अवसरवाद के कारण लोगों के जनादेश की अवहेलना करने की कोशिश करते हैं, तो आपको लोकतंत्र में करारा जवाब मिलेगा। ममता बनर्जी विपक्षी गठबंधन के वास्तुकारों में से एक हैं और यह संसदीय चुनाव में भाजपा को हराएगा।’’

तृणमूल सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर गतिरोध के बीच हाल में घोषणा की थी कि उनकी पार्टी बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी।

जनता दल यूनाइटेड (जद यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्हें ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) और ‘महागठबंधन’ में ‘‘चीजें ठीक नहीं लग रही थीं’’ इसलिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ नया गठबंधन और नई सरकार बनाने का निर्णय लिया।

नीतीश 18 महीने पहले भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए थे।कुमार के शाम तक नयी सरकार का गठन करने की संभावना है।