त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कुछ भी गलत नहीं हुआ: राउत

राष्ट्रीय
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नासिक, 17 मई (ए) महाराष्ट्र में नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में एक समूह के मंदिर में प्रवेश करने के कथित प्रयास को लेकर हुए विवाद के बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने बुधवार को आरोप लगाया कि यह राज्य में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के लिए हिंदुत्व के नाम पर गिरोह बनाने की साजिश है। .

इससे पहले दिन में, ‘सकल हिंदू समाज’ के सदस्यों ने भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक, त्र्यंबकेश्वर मंदिर को शुद्ध करने के लिए गोमूत्र छिड़का और आरती की।.मंदिर प्रबंधन के अनुसार शनिवार रात दूसरे धर्म के एक समूह ने परिसर में प्रवेश करने की कथित तौर पर कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।

राउत ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि किसी ने भी त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरदस्ती प्रवेश करने की कोशिश नहीं की जैसा कि बताया जा रहा है, लेकिन लोगों के एक समूह ने घटना के दिन केवल एक पुरानी परंपरा का पालन किया था।

राज्यसभा सदस्य ने दावा किया, ‘‘त्र्यंबकेश्वर में कुछ भी गलत नहीं हुआ। हमारे देवताओं के समक्ष ‘धूप’ (अगरबत्ती जलाने) की पुरानी प्रथा है। यह सूफी संत गुलाब शाह संदल की 100 साल पुरानी परंपरा है और भक्त त्र्यंबकेश्वर मंदिर की सीढ़ियों पर ‘धूप’ चढ़ाते हैं। दूसरे धर्म के लोगों ने बस मंदिर के प्रवेश द्वार पर जाकर इस परंपरा का पालन किया और आगे बढ़ गये।’’

उन्होंने कहा कि इस तरह की परंपराओं का पालन न केवल महाराष्ट्र में बल्कि पूरे भारत में किया जाता है और यहां तक कि प्रधानमंत्री भी अजमेर शरीफ जैसी दरगाहों पर जाते हैं।

राउत ने आरोप लगाया, ‘‘मेरी जानकारी के अनुसार मंदिर प्रशासन पर पुलिस को शिकायती पत्र देने का दबाव बनाया गया। मौजूदा सरकार ने अनैतिक तरीके से सत्ता हथिया ली और उसके पास लोगों का समर्थन नहीं है। मुझे हिंदुत्व के नाम पर गिरोह बनाने और महाराष्ट्र में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश नजर आ रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम कट्टर हिंदू हैं, पाखंडी नहीं।’’ उन्होंने उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के त्र्यंबकेश्वर घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के फैसले पर सवाल उठाया।

राउत ने पूछा, ‘‘पिछले 60 साल में महाराष्ट्र में रामनवमी पर एक भी दंगा नहीं हुआ लेकिन इस साल पहली बार हिंसा हुई। क्या आपने रामनवमी की घटना के लिए एसआईटी नियुक्त की थी?’’

अधिकारियों ने बताया था कि पुलिस ने मंगलवार को एक पूजा स्थल को अपवित्र करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।