प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक व सैन्य सम्मान से नवाजा गया

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पेरिस, 14 जुलाई (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक और सैन्य सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा।.

प्रधानमंत्री मोदी को बृहस्पतिवार को ‘एलिसी पैलेस’ (फ्रांस का राष्ट्रपति आवास) में इस सम्मान से नवाजा गया। इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स (तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स), जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बुतरस बुतरस-घाली को फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका है।.

प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय यात्रा पर बृहस्पतिवार को पेरिस पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। वह राष्ट्रपति मैक्रों के साथ शुक्रवार को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए। वायु सेना के विमान सहित भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ियों ने इसमें भाग लिया। फ्रांस का राष्‍ट्रीय दिवस या बैस्टिल दिवस परेड मुख्य आकर्षण है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं बेहद विनम्रता के साथ ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ को स्वीकार करता हूं। यह भारत के 140 करोड़ लोगों के लिए एक सम्मान है। मैं इसके लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, फ्रांस की सरकार और यहां के लोगों का आभार व्यक्त करता हूं। यह भारत के प्रति उनके गहरे स्नेह और हमारे राष्ट्र के साथ दोस्ती को आगे बढ़ाने के संकल्प को दर्शाता है।’’

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘‘यह प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर ध्यान देने के लिए प्रधानमंत्री के अंतरराष्ट्रीय कद और योगदान को भी दर्शाता है। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुभकामनाएं देने में शामिल हों, जिनका विश्व मामलों में नेतृत्व कई लोगों के लिए प्रेरणा है।’’

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने भारत के लोगों की ओर से इस अद्वितीय सम्मान के लिए राष्ट्रपति मैक्रों का आभार व्यक्त किया।’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ‘एलिसी पैलेस’ में आयोजित पुरस्कार समारोह की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं। उन्होंने लिखा, ‘‘साझेदारी की भावना का प्रतीक… प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांस के सर्वोच्च पुरस्कार ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से नवाजा।’’

प्रधानमंत्री मोदी को पहले भी कई देशों ने अपने सर्वोच्च पुरस्कार से नवाजा है। जून 2023 में मिस्र ने उन्हे ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’, मई 2023 में पापुआ न्यू गिनी ने ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू’, मई 2023 में फिजी ने ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’, मई 2023 में पलाऊ गणराज्य ने ‘एबाकल पुरस्कार’, 2021 में भूटान ने ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’, 2020 में अमेरिकी सरकार ने ‘लिजन ऑफ मेरिट’, 2019 में बहरीन ने ‘किंग हमद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ और 2019 में मालदीव ने ‘ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रुल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ से सम्मानित किया था।

मोदी को 2019 में रूस से ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू अवॉर्ड’ और 2019 में यूएई से ‘ऑर्डर ऑफ जायद अवॉर्ड’ मिला। उन्हें 2018 में ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फलस्तीन अवॉर्ड’, 2016 में अफगानिस्तान से ‘स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्लाह खान’ और 2016 में सऊदी अरब के ‘ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद’ से सम्मानित किया गया।।

फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान की स्थापना 1802 में नेपोलियन बोनापार्ट ने की थी और यह पांच श्रेणियों में विभाजित है।

पुरस्कार यूं तो फ्रांस के नागरिकों को ही प्रदान किया जाता है, लेकिन फ्रांस की सेवा करने वाले या उसके आदर्शों को कायम रखने वाले विदेशी नागरिकों को यह सम्मान दिया जा सकता है।

इससे पहले, फ्रांस के राष्ट्रपति और प्रथम महिला ब्रिजिट मैक्रों ने एलिसी पैलेस में प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार शाम को यहां एक कला केंद्र में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि फ्रांस में भुगतान प्रणाली ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ (यूपीआई) के इस्तेमाल को लेकर भारत और फ्रांस के बीच सहमति बनी है, जिसके परिणामस्वरूप अब यहां इसका उपयोग किया जा सकेगा और भारतीय नवाचार के लिए एक बड़ा बाजार खुलेगा।

ला सीन म्यूजिकले में उत्साही भीड़ को संबोधित करते हुए अपने करीब एक घंटे के भाषण में प्रधानमंत्री ने भारत के तेजी से हो रहे विकास को रेखांकित किया और कहा कि जब दुनिया एक नयी व्यवस्था की ओर बढ़ रही है, भारत की शक्ति और भूमिका भी बहुत तेजी से बदल रही है।

मोदी ने फ्रांस के मार्सिले में नया भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की और बताया कि इस यूरोपीय देश में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को अब अध्ययन के बाद काम करने के लिए पांच साल का वीजा मिलेगा।

फ्रांस अपना राष्ट्रीय दिवस मना रहा है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कई बार फ्रांस आये हैं लेकिन इस बार खास है। मोदी ने भारत को फ्रांस के समर्थन और दोनों देशों के बीच संबंधों की प्रशंसा की।

दोनों देशों की जनता के बीच संपर्कों को भारत-फ्रांस साझेदारी की अहम बुनियाद बताते हुए मोदी ने भारतवंशी समुदाय से भारत में निवेश करने को कहा। उन्होंने कहा कि वैश्विक विशेषज्ञ एक निवेश गंतव्य के रूप में भारत के आकर्षण को स्वीकार कर रहे हैं।