भाजपा की बड़बोली सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था केवल कागजों तक सीमित : खाबरी

राष्ट्रीय
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लखनऊ, 25 जुलाई (ए) कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज के अंगों को चूहों द्वारा कुतर दिये जाने के मामले को लेकर प्रदेश में सत्‍तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की बड़बोली सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था केवल कागजों तक सीमित रह गई है।.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी ने मंगलवार को यहां जारी एक बयान में कहा, ”बदायूं में राजकीय मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखे मरीज का पैर चूहे ने कुतर डाला, लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को मिले।”.उन्‍होंने आरोप लगाया, ‘‘जब तीमारदारों ने इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को दी तो ड्रेसिंग कर इलाज के नाम पर खानापूर्ति कर दी गई।”

गौरतलब है कि बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आईसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) में भर्ती दातागंज तहसील क्षेत्र के कस्बा दातागंज बुध बाजार निवासी राम सेवक गुप्ता के अंगों को रविवार को चूहों ने कुतर दिया।

मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. एन सी प्रजापति ने सोमवार को कहा कि इस मामले की जांच करा कर लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी साथ ही भविष्य में वार्ड तथा मरीजों के आसपास चूहे ना पहुंच सकें, इसके लिए ‘रैट-ट्रैप’ लगवाए जा रहे हैं।

मामले में उत्‍तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘‘बदायूं के राजकीय मेडिकल कालेज में वेंटिलेटर पर भर्ती मरीज के अंगों को चूहों द्वारा काटने संबंधी वायरल खबर का संज्ञान लेते हुए, मैने प्रधानाचार्य को दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने तथा कृत कार्यवाही की रिपोर्ट तीन दिन के अंदर उपलब्ध कराने का आदेश दिया है । मरीजों के साथ ऐसी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।”

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री (उपमुख्यमंत्री) जितना विपक्ष को कोसने में समय व्यतीत करते हैं, काश उतना समय अपने विभाग में देते तो शायद मनुष्यता बची रहती।”

उन्‍होंने हमीरपुर के भी एक मामले का हवाला दिया। खाबरी ने कहा कि जनपद हमीरपुर में ट्रेन से घायल एक व्यक्ति तीन घंटे तक इलाज के आभाव में तड़पता रहा, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं मिला और वह मर गया। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश के अधिकांश जिलों में चिकित्सा व्यवस्था का यही हाल है।