भाजपा सरकार हटाने के लिए बहुत खामोशी से वोटों का जिहाद करो : मारिया आलम

उत्तर प्रदेश फर्रुखाबाद
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फर्रुखाबाद (उप्र): 30 अप्रैल (ए) फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार के लिए वोट मांगते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) की नेता मारिया आलम ने भाजपा सरकार को हटाने के लिए ‘वोट जिहाद’ की अपील की और इसे अल्पसंख्यक समुदाय के लिए मौजूदा हालात में जरूरी बताया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की भतीजी और सपा नेता मारिया आलम ने सोमवार को खुर्शीद की मौजूदगी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ‘वोट जिहाद’ की अपील की।

उन्होंने मुसलमानों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा , ”संघी (भाजपा) सरकार को हटाने के लिए बहुत अक्लमंदी के साथ एक साथ होकर, बहुत खामोशी से वोटों का जिहाद करो, क्योंकि हम सिर्फ वोटों का जिहाद कर सकते हैं।”

मारिया आलम ने भरोसे के साथ कहा, ”हम सब संघी सरकार को भगाने का काम कर सकते हैं।”

कायमगंज में ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक सपा के प्रत्याशी नवल किशोर शाक्य के लिए समर्थन मांगते हुए मारिया आलम ने कहा,‘‘बहुत समझदारी से बिना भावुक हुए और खामोशी के साथ मिलकर वोट जिहाद करें क्योंकि वोट जिहाद से ही हम इस संघी सरकार को भगा सकते हैं।’’

इस बात पर जोर देते हुए कि अब हाथ मिलाने का समय आ गया है, मारिया ने कहा कि अन्यथा यह ‘संघी सरकार हमारे अस्तित्व को मिटाने में सफल हो जाएगी।’

उन्होंने मौजूदा भाजपा सांसद एवं प्रत्याशी मुकेश राजपूत का नाम लेते हुए कहा, ”बहुत शर्म आती है कि कुछ मुसलमानों ने मुकेश राजपूत की बैठक करायी। मुझे लगता कि समाज को उनका (बैठक कराने वाले मुसलमानों का) हुक्का पानी बंद कर देना चाहिए।”

मारिया ने कहा, “लोग कहते हैं कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है, लेकिन मैं कहती हूं कि इंसानियत खतरे में है, अब इंसानियत पर हमला है। अगर आप देश, इसकी सुंदरता और ‘गंगा-जमुनी’ तहजीब को बचाना चाहते हैं तो किसी से प्रभावित हुए बिना बहुत समझदारी से मतदान करें।”

जनसभा में सलमान खुर्शीद ने मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया। आलम के बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

अपनी भतीजी के बयान पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर सलमान खुर्शीद ने कहा, ” हम आम तौर पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने से परहेज करते हैं, क्योंकि इसका शाब्दिक अर्थ गलत लगा लिया जाता है।”

उन्होंने कहा ”जिहाद का मतलब किसी परिस्थिति से संघर्ष करने के लिए होता है। यही मंतव्य उसका (मारिया आलम का) रहा होगा कि संविधान की रक्षा के लिए ‘वोट जिहाद’ किया जाय।”

फर्रुखाबाद सीट से ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से अपनी उम्मीदवारी पर खुर्शीद ने कहा कि उन्हें फर्रुखाबाद के अलावा कांग्रेस से अलीगढ़, कानपुर एवं अन्य क्षेत्रों से टिकट का ‘ऑफर’ मिला लेकिन उन्होंने साफ कह दिया, ”मैं सलमान खुर्शीद फर्रुखाबाद वाला हूं, वहीं का रहूंगा’।”

फर्रुखाबाद में यह पहली सार्वजनिक बैठक थी जिसमें कांग्रेस और सपा के अधिकांश वरिष्ठ नेता एक साथ मंच पर मौजूद थे।

फर्रुखाबाद में चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। यहां 2014 से मुकेश राजपूत भाजपा के टिकट पर लगातार दो बार जीते और तीसरी बार उन्हें पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है। 2019 और 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी सलमान खुर्शीद यहां मुकेश के मुकाबले पराजित हो गये थे। सलमान 1991 और 2009 में यहां से चुनाव जीते थे।