मध्य प्रदेश में इमरती देवी ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा

भोपाल मध्य प्रदेश
Spread the love


भोपाल, 25 नवम्बर (ए)। मध्य प्रदेश में सियासी हलचल फिर बढ़ गई है। उपचुनाव हारने के 14 दिन बाद शिवराज सरकार में महिला व बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने आखिरकार मंत्री पद छोड़ दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इमरती देवी के इस्तीफा देने की पुष्टि कर दी है। सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों सहित उपचुनाव हारने वाले तीनों मंत्री अब इस्तीफा दे चुके हैं, जिसके बाद अब सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबियों के मंत्री बनने का रास्ता खुल गया है। 
इससे पहले उपचुनाव हारने वाले पीएचई मंत्री ऐदल सिंह कंसाना और कृषि राज्य मंत्री गिर्राज दंडोतिया अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंप चुके हैं। बता दें कि इमरती देवी और गिर्राज दंडोतिया सिंधिया समर्थक हैं। शिवराज सरकार में मंत्री और बीजेपी उम्‍मीदवार इमरती देवी अपने ही रिश्‍तेदार सुरेश राजे से उप चुनाव हार गई थीं। 

इमरती देवी डबरा विधानसभा सीट से उप चुनाव लड़ीं थी। यह मध्‍य प्रदेश के सबसे चर्चित सीट रही। इमरती को हराने वाले उनके ही समधी कांग्रेस के सुरेश राजे थे।  2018 के चुनाव में इमरती देवी ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस समय वे 57 हजार वोटों से उनकी जीत हुई थी। 
उप चुनाव में बीजेपी से मैदान में उतरने के बाद इमरती अपने समधी एवं कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे से 7 हजार वोटों से हार गई थीं। इमरती देवी, उन पूर्व विधायकों में से एक हैं जिन्होंने कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। इमरती देवी को ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है।  उन्होंने इसी साल मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति अपनी वफादारी को जाहिर करते हुए कहा था कि ‘सिंधिया कुएं में गिरे तो हम भी साथ गिरेंगे’। 
 26 जनवरी 2019 को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान इमरती देवी बतौर मंत्री अपना भाषण नहीं पढ़ पाने को लेकर भी काफी चर्चा में रही थीं। हालांकि बाद में उन्होंने पास खड़े जिला कलेक्टर को बुलाया और उनसे अपना भाषण पढ़वाया।