मैक्सवेल के तूफान में उड़ा अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया शान से सेमीफाइनल में

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मुंबई, सात नवंबर (ए) पैर में जकड़न के बावजूद ग्लेन मैक्सवेल के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और कप्तान पैट कमिंस के साथ उनकी रिकॉर्ड शतकीय साझेदारी से ऑस्ट्रेलिया ने बेहद विषम परिस्थितियों से उबरते हुए मंगलवार को यहां अफगानिस्तान को तीन विकेट से हराकर लगातार छठी जीत के साथ आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह पक्की की।.

अफगानिस्तान के 292 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैक्सवेल (128 गेंद में 201 रन, 21 चौके, 10 छक्के) ने दोहरा शतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 91 रन पर सात विकेट गंवाने के बावजूद 46.5 ओवर में सात विकेट पर 293 रन बनाकर जीत दर्ज की।.मैक्सवेल ने कमिंस (68 गेंद में नाबाद 12) के साथ आठवें विकेट के लिए 202 रन की अटूट साझेदारी की जो एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में अंतिम तीन विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। इस साझेदारी में मैक्सवेल के दबदबे का अंदाजा इससे लगता है कि उनका योगदान इसमें 179 रन का रहा।

मैक्सवेल ने मुजीब उर रहमान पर लगातार तीन छक्के और एक चौका जड़कर ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य तक पहुंचाया। इससे पहले मुजीब ने ही उनका कैच टपकाया था।

मैक्सवेल इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया की ओर से एकदिवसीय क्रिकेट में शीर्ष स्कोरर बने। उन्होंने शेन वाटसन को पीछे छोड़ा जिन्होंने अप्रैल 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 185 रन बनाए थे।

साथ ही यह लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप में सबसे बड़ी जीत भी है।

इस जीत से ऑस्ट्रेलिया के आठ मैच में छह जीत से 12 अंक हो गए हैं और टीम तीसरे स्थान पर है।

इससे पहले सचिन तेंदुलकर की हौसलाअफजाई से प्रेरित इक्कीस साल के सलामी बल्लेबाज इब्राहिम जादरान ने 143 गेंद में आठ चौकों और तीन छक्कों से नाबाद 129 रन की पारी खेली जिससे अफगानिस्तान ने पांच विकेट पर 291 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। अफगानिस्तान की टीम अंतिम पांच ओवर में 64 रन जोड़ने में सफल रही। राशिद खान ने डेथ ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 18 गेंद में नाबाद 35 रन बनाए।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और टीम ने नौवें ओवर में 49 रन तक ही चार विकेट गंवा दिए।

डेविड वार्नर ने मुजीब उर रहमान की पहली ही गेंद पर चौक जड़ा लेकिन नवीन ने अगले ओवर में ट्रेविस हेड (00) को विकेटकीपर इकराम अलिखिल के हाथों कैच करा दिया। इसी ओवर में वार्नर को रहमत शाह ने जीवनदान दिया।

वार्नर ने नवीन और मुजीब पर चौके जड़े। मिशेल मार्श (24) ने अजमतुल्लाह का स्वागत लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ किया। उन्होंने नवीन पर भी छक्का मारा लेकिन अगली गेंद को पूरी तरह से चूककर पगबाधा हो गए।अजमतुल्लाह ने इसके बाद वार्नर (18) और जोश इंगलिस (00) को लगातार गेंदों में पवेलियन भेजा। वार्नर अंदर की ओर आती गेंद पर बोल्ड हुए जबकि इंगलिस ने स्लिप में जादरान को कैच थमाया।

मार्नस लाबुशेन भी 28 गेंद में 14 रन बनाने के बाद ग्लेन मैक्सवेल के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए।

मार्कस स्टोइनिस (06) इसके बाद राशिद की गेंद पर गैरजरूरी रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में पगबाधा हुए जबकि इस लेग स्पिनर ने मिशेल स्टार्क (03) को विकेट के पीछे कैच कराके ऑस्ट्रेलिया का स्कोर सात विकेट पर 91 रन किया। रीप्ले में हालांकि दिखा कि गेंद स्टार्क के बल्ले से नहीं लगी थी।

ऑस्ट्रेलिया के रनों का शतक 21वें ओवर में पूरा हुआ।

मैक्सवेल ने एक छोर संभाले रखा। उन्हें 33 रन के स्कोर पर नूर अहमद की गेंद पर मुजीब ने जीवनदान भी दिया। इससे पहले वह डीआरएस की मदद से पगबाधा के फैसले को भी बदलवाने में सफल रहे। उन्होंने नूर पर चौके के साथ 51 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।

अर्धशतक पूरा करने के बाद मैक्सवेल ने तूफानी तेवर अपनाए। उन्होंने नूर पर लगातार दो छक्के जड़ने के बाद मुजीब पर लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा।

मैक्सवेल ने नूर अहमद की गेंद पर एक रन के साथ सिर्फ 76 गेंद में शतक पूरा किया। वह पैर में जकड़न के बावजूद डटे रहे।

ऑस्ट्रेलिया को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 60 रन की दरकार थी और मैक्सवेल ने अकेले दम पर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।

इससे पूर्व चार साल पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले 21 साल के जादरान ने अपने सिर्फ 26वें मैच में पांचवां शतक जड़ा। वह विश्व कप में शतक जड़ने वाले अफगानिस्तान के पहले खिलाड़ी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ने वाले भी अपने देश के पहले बल्लेबाज बने।

विश्व कप में इससे पहले अफगानिस्तान की ओर से सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर समीउल्लाह शिनवारी के नाम था जिन्होंने 2015 विश्व कप के दौरान डुनेडिन में स्कॉटलैंड के खिलाफ 96 रन बनाए थे।

जादरान ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी के फैसले को सही साबित किया और बल्लेबाजी की अनुकूल पिच पर नाबाद वापस लौटते हुए अपनी टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।