यूपी में ब्राह्मण समाज का हो रहा शोषण व उत्पीड़न : मायावती

राष्ट्रीय
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नई दिल्ली, 09अगस्त एएनएस। बसपा सुप्रीमों मायावती ने आज कहा कि कानपुर विकास दुबे कांड की आड़ में पूरे उत्तर प्रदेश में समूचे ब्राह्मण समाज का हर स्तर पर शोषण व उत्पीड़न किया जाना किसी से छिपा नहीं है। बसपा दूसरी पार्टियों की तरह अपने राजनीतिक स्वार्थ में किसी समाज के साथ ‘मुंह में राम व बगल में छूरी की तरह’ बर्ताव नही करती है।
उन्होंने जनता को सावधान करते हुए कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है। इस चुनाव में जनता अपना वोट भावनाओं में बहकर ना करे। उन्होंने कहा कि अगर यूपी की योगी सरकार दलगत राजनीति से उपर उठकर काम करती है और भाजपा के आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई करती है तो मैं लिखकर देने के लिए तैयार हूं कि फिर यूपी में बसपा सरकार की तरह कानून का राज होगा। इसलिए कानून का राज स्थापित करने के लिए बसपा सरकार से सीख लेने की जरूरत है।

उन्होंने दिल्ली में रविवार को पत्रकारों से वार्ता में घोषणा करते हुए कहा कि यूपी में सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज के आस्था व स्वाभिमान के प्रतीक ‘श्री परशुराम’ की भव्य प्रतिमा लगाकर ब्राह्मण समाज को सम्मान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अब ब्राह्मण समाज के वोटों की खातिर अपने राजनीतिक स्वार्थ में ‘श्री परशुराम’ की ऊंची प्रतिमा लगाने की बात कर रही है। उसे अपने शासनाकाल में ऐसा करना चाहिए था, लेकिन नहीं किया। सपा चुनाव नजदीक देखकर ऐसी बात कर रही है, इससे साफ है कि सपा की स्थिति प्रदेश में बहुत ज्यादा खराब हो रही है। ऐसे में ब्राह्मण समाज सपा के साथ कतई जाने वाला नही है। वैसे भी सपा सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न और शोषण सबसे अधिक हुआ है। ब्राह्मण समाज को बसपा पर पूरा भरोसा है।