योगी ने यूपी में कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए निरन्तर सावधानी पर दिया जोर

उत्तर प्रदेश लखनऊ
Spread the love


लखनऊ,11 अगस्त एएनएस । यूपी  के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कोरोना वायरस  के संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के सावधानी बरतने पर बल देते हुए कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत जिलों में स्थापित कोविड चिकित्सालयों के माध्यम से संक्रमित लोगों के उपचार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। एक सरकारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी है, जिसके लिए अभी कोई कारगर दवा या टीका उपलब्ध नहीं है। इस महामारी से बचाव ही इससे सुरक्षा है। इसके लिए हमें कारगर रणनीति बनाकर उसे प्रभावी ढंग से लागू करना होगा तथा जागरूकता कार्यक्रम निरन्तर जारी रखना होगा।

मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में निगरानी व्यवस्था को और बेहतर किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि घर-घर सर्वेक्षण गतिविधियां प्रभावी ढंग से सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि घरों में पृथकवास में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति से एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र द्वारा नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए। इस कार्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का भी उपयोग किया जाए। उन्होंने मास्क के अनिवार्य उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, बरेली, प्रयागराज, गोरखपुर तथा वाराणसी के एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना मंगलवार को जनपद वाराणसी तथा मिर्जापुर का दौरा कर चिकित्सा व्यवस्था की मौके पर समीक्षा करेंगे। 

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चिकित्सा कर्मियों तथा पुलिस कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार की ऑनलाइन ओपीडी सेवा ई-संजीवनी से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें, इसके लिए इस सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। उन्होंने स्वच्छता अभियान को गति प्रदान करने के निर्देश देते हुए कहा कि साफ-सफाई को अपनाने से कोविड-19 तथा संचारी रोगों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।