राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर भारी संख्या में पहुंचे किसान, केजरीवाल भी करेंगे एक दिन का अनशन

राष्ट्रीय
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नई दिल्ली, 13 दिसम्बर एएनएस। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन का आज 18वे दिन भी जारी है। इस बीच राजस्थान-हरियाणा बार्डर पर भारी संख्या में किसान पहुंच गये है। कड़कड़ाती ठंड और घने कोहरे के बीच दिल्ली की तमाम सीमाओं पर किसान लगातार डटे हुए हैं। हालांकि राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद नोएडा-दिल्ली लिंक रोड पर बैठे किसानों ने वहां धरना खत्म कर दिया है, लेकिन सिंघु और टीकरी समेत अन्य जगहों पर प्रदर्शन अब भी जारी है। अपने आंदोलन को तेज करते हुए संयुक्त किसान आंदोलन के नेता कमल प्रीत सिंह पन्नू ने सिंघु बॉर्डर पर 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर बैठने की घोषणा की है। इसके साथ ही दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम करने की घोषणा की है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसानों को अपना समर्थन देने और एक दिन का अनशन करने की बात कही है। केजरीवाल ने कहा कि किसानों ने कल एक दिन का उपवास रखने की अपील की है। मैं भी एक दिन का उपवास रखूंगा। मैं आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि वो भी किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास करें। मैं ऐसे लोगों को जानता हूं जो दिल से किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं और उनके साथ है। ऐसे सब लोग अपने-अपने घरों में एक दिन का उपवास रखें। मैं देख रहा हूं कि कई दिनों से भाजपा के लोग किसानों को देशद्रोही कह रहे हैं। केजरीवाल आगे बोले कि बॉर्डर पर हजारों की संख्या में सेवानिवृत्त सेना के जवान जो वहां बैठे हैं, वह क्या देशद्रोही हैं? सैकड़ों खिलाड़ी जिन्होंने देश के लिए न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल जीते वैसे कितने किसान वहां किसानों के साथ बैठे है। दूसरी ओर कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है और इस मुद्दे पर चर्चा की है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर ने आज किसान आंदोलन को लेकर कहा कि आज जो भी प्रभावशाली लोग किसानों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, वो सिर्फ इस कानून का विरोध करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने खुद इस कानून को जरूरत माना था। हम लोगों को बताएंगे और उन्हें जागरूक करेंगे कि कैसे ये कानून उनके लिए फायदेमंद हैं।