रूसी सेना ने पूर्वी मोर्च पर व्यापक हमला शुरू किया: यूक्रेन

अंतरराष्ट्रीय
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कीव, 19 अप्रैल (ए) रूसी सेना ने मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन में देश के औद्योगिक गढ़ पर नियंत्रण करने के लिए जमीनी स्तर पर एक बड़ा हमला शुरू किया, जिसे यूक्रेनी अधिकारियों ने ‘‘युद्ध का एक नया चरण’’ बताया है।

यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने मंगलवार तड़के कहा कि रूसी सेना ने डोनबास क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

जनरल स्टाफ ने एक बयान में कहा, ‘‘ कब्जा करने वालों ने सीमा पर लगे हमारे सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की।’’

ये हमले सोमवार को 300 मील (480 किलोमीटर) से अधिक लंबे मोर्चे पर किए गए, उनका लक्ष्य लुहांस्क और डोनेट्स्क क्षेत्र हैं। रूसी सेना पड़ोसी खारकीव सहित कई क्षेत्रों में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है।

जनरल स्टाफ ने बताया कि दक्षिणी डोनेट्स्क में रूसी सेना ने रणनीतिक बंदरगाह शहर मारियुपोल की नाकाबंदी और गोलाबारी जारी रखी है और अन्य शहरों में भी मिसाइल दाग रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए हमला शुरू कर दिया है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘अब हम बता सकते हैं कि रूसी बलों ने डोनबास के लिए युद्ध आरंभ कर दिया है। पूरी रूसी सेना का एक बड़ा हिस्सा इस हमले पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है।’’

मॉस्को समर्थित अलगाववादी आठ साल से ज्यादातर रूसी भाषी डोनबास में यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं और उन्होंने दो स्वतंत्र गणराज्यों की घोषणा की है जिन्हें रूस ने मान्यता दी है। रूस ने डोनबास पर कब्जा करना युद्ध में अपना मुख्य लक्ष्य घोषित कर दिया है क्योंकि राजधानी कीव को जब्त करने का उसका प्रयास विफल हो गया है।

जेलेंस्की ने कहा, ‘‘ कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितने रूसी सैनिक वहां तैनात हैं, हम लड़ेंगे। हम अपनी रक्षा करेंगे।’’

इस हमले से पहले, रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी शहर ल्वीव और अन्य लक्ष्यों पर बमबारी की, जिसे यूक्रेन की सुरक्षा को कुचलने के एक प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।

यूक्रेन के नेशनल गार्ड की अजोव रेजीमेंट के कमांडर डेनिस प्रोकोपेंको ने सोमवार को यूक्रेन की मीडिया को बताया था कि सुरक्षा घेरा टूटा नहीं है। ‘‘ हमारी सेना डटी हुई है। वे केवल दो शहरों से होकर गुजरे। यह क्रेमिन्ना और एक अन्य छोटा शहर है।’’

रूसी सैनिक अब क्रेमिन्ना कस्बे की गलियों तक पहुंच गए हैं और इसके चलते बचाव अभियान असंभव हो गया है। लुहांस्क क्षेत्रीय सैन्य प्रशासक सेरही हैदाई ने कहा कि कस्बे पर देर रात भारी गोलाबारी की गई, सात आवासीय इमारतों को आग लगा दी गई और ‘ओलंपस’ खेल परिसर को निशाना बनाया गया। इस परिसर में देश की ओलंपिक टीम के खिलाड़ियों का प्रशिक्षण होता है।