संसद के मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता पर चर्चा करें : शिवसेना ने केन्द्र से कहा

राष्ट्रीय
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मुंबई, 30 जून (ए) एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि वह ‘एक देश, एक कानून’ के बालासाहेब ठाकरे के दृष्टिकोण का समर्थन करती है और उसने केन्द्र सरकार से संसद के मानसून सत्र में प्रस्तावित समान नागरिक संहिता पर चर्चा कराने को कहा।.

शिवसेना ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि समान नागरिक संहिता से हिन्दू प्रभावित होंगे या सिर्फ गांधी परिवार?.ठाकरे नीत शिवसेना में पिछले साल शिंदे की बगावत के बाद विभाजन हो गया था, जिसके बाद भाजपा से हाथ मिलाकर शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने।

एकनाथ शिंदे-देवेन्द्र फडणवीस नीत महाराष्ट्र सरकार का एक साल पूरा होने पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवसेना नेता व दक्षिण-मध्य मुंबई सीट से सांसद राहुल शेवाले ने समान नागरिक संहिता के प्रति पार्टी का पूर्ण समर्थन दोहराया। शेवाले के साथ सांसद हेमंत पाटिल और कृपाल तुमाने भी थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को समान नागरिक संहिता की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर मुसलमानों को भड़काया जा रहा है। समान नागरिक संहिता देश के सभी नागरिकों के लिए विवाह, तलाक, विरासत/उत्तराधिकार, गुजारा भत्ता और संपत्ति का उत्तराधिकार विषयों पर समान कानून से संबंधित है।

शेवाले ने मुख्यमंत्री शिंदे से अनुरोध किया कि वह राज्य विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता के पक्ष में प्रस्ताव पारित करें और उसे केन्द्र को भेजकर मुद्दे पर महाराष्ट्र का रुख स्पष्ट करें।

शेवाले ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी अनुरोध करते है कि वह संसद के मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता पर चर्चा करें और शिवसेना के सभी सांसदों को इसका समर्थन करने के लिए व्हिप जारी किया जाएगा।’’

सांसद ने कहा कि समान नागरिक संहिता शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे द्वारा देश के लिए देखे गए तीन सपनों में से एक है।

शेवाले ने कहा, ‘‘बालासाहेब के तीन सपने थे… अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, अनुच्छेद 370 की समाप्ति (जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता था) और देश में समान नागरिक संहिता लागू होना। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके दो सपनों को साकार कर दिया है और समान नागरिक संहिता का अंतिम सपना भी जल्दी ही पूरा होगा।’’

शिवसेना के सांसद ने कहा कि बालासाहेब ने समान नागरिक संहिता का समर्थन इसलिए किया था क्योंकि यह देश के सभी नागरिकों, खास तौर से महिलाओं के हित में है जो कानून के समक्ष बराबरी का दर्जा चाहती हैं।

शेवाले ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों से मुलाकात करने को लेकर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा।

सांसद ने कहा, ‘‘उनके पिता ने खुलकर समान नागरिक संहिता का समर्थन किया। इसके बावजूद, वह इससे बच रहे हैं और हिन्दुओं के इससे प्रभावित होने की भ्रामक सूचना फैला रहे हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नेता उद्धव ठाकरे से मिलने गए थे क्योंकि उन्हें पता था कि वह (ठाकरे) विरोध करेंगे। उनका असली चेहरा सामने आ गया है और महाराष्ट्र की जनता सबकुछ देख रही है।’’

शिवसेना सांसद ने कहा कि प्रस्तावित कानून किसी समुदाय के खिलाफ नहीं है।

शेवाले ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे ने कहा कि कानून से हिन्दू प्रभावित होंगे, इससे हिन्दू प्रभावित नहीं होंगे, इससे सिर्फ गांधी (कांग्रेस का गांधी परिवार) प्रभावित होगा और इसलिए वह इसका विरोध कर रहे हैं।’