उन्नाव में मृत पायी गयी दोनों किशोरियों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंत्येष्टि संपन्न

उत्तर प्रदेश उन्नाव
Spread the love

उन्नाव, 19 फरवरी (ए) उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के बबुरहा गांव के बाहर बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पायी गयीं दो किशोरियों की शुक्रवार की सुबह, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंत्येष्टि की गई। पुलिस ने यह जानकारी दी ।

पुलिस के अनुसार असोहा थाना इलाके के बबुरहा गांव में बुधवार की शाम खेतों में घास लेने गयी तीन दलित किशोरियां खेत में बेसुध पाई गई थीं। उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, जहां चिकित्‍सकों ने 14 और 15 वर्षीय दो किशोरियों को मृत घोषित कर दिया था। तीसरी किशोरी (16) की हालत गंभीर देखकर उसे उन्‍नाव अस्‍पताल ले जाया गया और बाद में कानपुर रेफर कर दिया गया।

पुलिस ने बताया कि कानपुर के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।

दोनों मृत किशोरियों के शव बृहस्पतिवार की शाम को पोस्टमार्टम के बाद गांव लाये गए थे। आज सुबह दोनों की अंत्येष्टि कर दी गई।

इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष राजकिशोर रावत, स्थानीय विधायक अनिल सिंह, पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे।

सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की थी और गांव के करीब एक किलोमीटर पहले ही अवरोधक लगा दिए गए थे। पुलिस क्षेत्राधिकारी और मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी हर अवरोधक पर लोगों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे।

पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह, आयुक्त लखनऊ मंडल रंजन कुमार, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी के साथ जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं जिले के छह पुलिस थानों के पुलिस बल लगातार अपनी नजर बनाये हुए थे ।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून—व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया था कि परिजन की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने बताया था कि पीड़ित परिवार किसी पर आरोप नहीं लगा रहा है, लिहाजा उनकी तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

राज्य मानवाधिकार आयोग ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए उन्नाव के पुलिस अधीक्षक से दो हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगी है।

इससे पहले, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने बृहस्पतिवार को कहा था कि दोनों लड़कियों के शवों का तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है और उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं पाया गया है।