एयर इंडिया के सर्वर पर साइबर हमला,यात्रियों के क्रेडिट कार्ड व पासपोर्ट का डाटा चुराया

राष्ट्रीय
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नई दिल्ली, 21 मई (ए)। एयर इंडिया ने शुक्रवार को बताया कि उसके सर्वर पर साइबर हमला हुआ है। हैकर्स ने कंपनी के सर्वरों को हैक कर विश्व के करीब 45 लाख यात्रियों का डाटा चुरा लिया है। इसमें क्रेडिट कार्ड व पासपोर्ट आदि का का डाटा शामिल है। जिन एयरलाइंस कंपनियों पर यह साइबर अटैक हुआ है, उनमें मलेशिया एयरलाइंस, फिनएयर, सिंगापुर एयरलाइंस, लुफ्थांसा और कैथे पैसिफिक भी शामिल हैं।
एयर लाइंस ने बयान जारी कर कहा कि हैकरों ने सैकड़ों यात्रियों की निजी जानकारियां हासिल कर ली हैं। पैसेंजर सर्विस सिस्टम से चुराए गए डाटा में क्रेडिट कार्ड व पासपोर्ट का विवरण भी शामिल है। इससे पूरे विश्व के करीब 45 लाख यात्री प्रभावित हो सकते हैं।  बयान में कहा गया है कि हमारे पैसेंजर सर्विस सिस्टम में यात्रियों की निजी जानकारियां स्टोर रहती हैं। इस पर हाल ही में साइबर हमला हुआ है। इस कारण कुछ यात्रियों का निजी डाटा हैकरों ने हथिया लिया है।
एयर इंडिया के मुताबिक, डाटा हैक करने की घटना 26 अगस्त 2011 से 3 फरवरी 2021 के बीच की है। कंपनी ने कहा कि इसमें उपभोक्ताओं की निजी जानकारियां जिसमें नाम, जन्म तिथि, संपर्क नंबर, पासपोर्ट की जानकारी, टिकट की जानकारी, स्टार अलायंस, एयर इंडिया फ्रिक्वेंट फ्लाइर डाटा (पासवर्ड डाटा प्रभावित नहीं हुआ है) और क्रेडिट कार्ड की जानकारी शामिल है। सरकारी एयर लाइन ने बताया कि उसके डाटा प्रोसेसर से डाटा लीक होने की पहली सूचना 25 फरवरी 2021 को मिली थी। हालांकि कौन-कौन सा डाटा चुराया गया इसकी पहचान 25 मार्च से 4 मई 2021 के बीच हुई। 
कंपनी ने क्रेडिट कार्ड के संबंध में कहा कि हमारे डाटा प्रोसेसर के पास सीवीवी/सीवीसी नंबर नहीं होते हैं। इसके बाद हमारे डाटा प्रोसेसर ने इस बात को सुनिश्चित किया कि प्रभावित सर्वर पर किसी तरह की कोई असमान्य गतिविधि नहीं देखी गई।
एयर इंडिया ने कहा कि साइबर हमले की जानकारी मिलने के बाद तुरंत इसकी जांच की गई। हमले से प्रभावित सर्वरों को सुरक्षित किया गया। क्रेडिट कार्ड जारीकर्ताओं से संपर्क कर उन्हें इस बारे में जानकारी दी। एयर इंडिया एफएफपी प्रोग्राम के पासवर्ड को रीसेट किया गया। 
कंपीन ने कहा कि डाटा सुरक्षित रहें इसलिए हमने यात्रियों से कहा है कि वे क्रेडिट कार्ड आदि के पासवर्ड बदल लें। हम हमारे डाटा प्रोसेसर को सुरक्षित करने के और कदम उठाएंगे। यात्रियों की निजी जानकारी को सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता है।