लखनऊ,23 मई (ए)। उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र की शुरुआत हंगामे से हुई। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अभिभाषण से पहले ही सदस्य सदन में हंगामा करने लगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन को शंतिपूर्ण ढंग से चलाने की अपील सभी दलों से की है। इससे पहले आजम खान और बेटे ने विधायकी की शपथ ली।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज्य सरकार के पिछले पांच वर्षों को सुशासन का काल कहा है। सोमवार को विधानमंडल के संयुक्त सत्र में अपने अभिभाषण में उन्होंने कहा कि विगत 05 वर्षों में प्रदेश में विकास की नींव डालने का काम किया गया है। अब अगले 05 वर्षों में इसी नींव पर विकास की भव्य इमारत आकार लेगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ाने, आधारभूत अवसंरचना को सुदृढ़ करने और प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने का कार्य किया जाएगा। हालिया विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जनादेश के लिए बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि आगामी 05 साल में अब सुशासन को और सुदृढ़ करने के लिए मेरी सरकार की खुद से प्रतिस्पर्धा प्रारम्भ होगी।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी दल के कुछ सदस्यों ने व्यवधान पैदा करने की भी कोशिश की, लेकिन राज्यपाल ने अपना पूरा अभिभाषण बिना रुके पढ़ा। प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था को सराहना करते हुए उन्होंने हाल के दिनों में विभिन्न पर्व-त्योहारों के शांतिपूर्ण सम्पन्न होने पर खुशी भी जताई।