लखनऊ, 23 जुलाई (ए)। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने वर्ष 2022-23 के बिजली के नए टैरिफ की घोषणा कर दी है। इस वर्ष के लिए बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। वहीं आयोग ने अधिकतम स्लैब सीमा को कम किया है।
प्रदेश में एक से 150 यूनिट तक 5.50 रुपये प्रति यूनिट दर, 151 से 300 यूनिट तक 6 रुपये प्रति यूनिट बिजली, 301 से 500 यूनिट तक 6.5 रुपये प्रति यूनिट जबकि 501 यूनिट से ऊपर सात रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से चार्ज किया जाएगा।
घरेलू बीपीएल बिजली 3 रुपए प्रति यूनिट की दर से मिलेगी। यूपी राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने न्यूज 18 से बात करते हुए बताया कि यूपी विद्युत नियामक आयोग प्रदेश के 1.39 करोड़ गरीब उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। उन्होंने बताया कि पहले इन उपभोक्ताओं से 3.35 रुपए टैरिफ चार्ज किया जाता था। अब वे सिर्फ 3 रुपए टैरिफ देंगे। शर्त यह रहेगी कि वे एक किलोवॉट 100 यूनिट के अंदर ही खर्च करेगे।
दूसरा महत्वपूर्ण फैसला यह किया गया कि शहरी घरेलू उपभोक्ता के लिए अधिकतम 7 रुपए के स्लैब को खत्म कर दिया गया है। एक तरह से साढ़े 6 रुपए से ऊपर कोई चार्ज नहीं लगेगा। ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ता अभी तक छह रुपए अधिकतम देते थे अब वे 5.50 रुपए से अधिक नहीं चुकाएंगे।
इसके अलावा नोएडा पॉवर कंपनी क्षेत्र के ग्रेटर नोएडा में दरों में 10 फीसदी की कटौती की गई है। कंपनी पर सरप्लस निकल रहा था। 5 लाख उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा। अवधेश वर्मा ने दावा किया कि बिजली कंपनियों पर प्रदेश के उपभोक्ताओं का फिर एक बार 3 हजार करोड़ रुपए निकल गया। पहले 220045 हजार करोड़ निकल था। अब तीन हजार करोड़ और निकल गया। अवधेश वर्मा ने बताया कि नियामक आयोग ने यह भी साफ किया है कि स्मार्ट मीटर लगाने का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं आया आएगा।