वफादारी: मालकिन की मौत के बाद शव छोड़ने को तैयार नहीं डॉगी, बुलानी पड़ी पुलिस

उत्तर प्रदेश बरेली
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बरेली, 24 अप्रैल (ए)। यूपी के बरेली से एक ऐसी खबर सामने आई है जहाँ डिफेंस कालोनी शिव मंदिर जीडी प्रसाद मेमोरियल स्कूल के पास एक डॉगी का मालिक के प्रति पशु प्रेम देखकर हर आंख रो पड़ी। पहले भाई की डेथ हुई। अगले दिन रात में रिटायर्ड कर्मचारी बहन की भी मृत्यु हो गई। उनके पालतू कुत्ते ने रो-रो कर पूरे मोहल्ले को एकत्रित कर दिया। जब कोई शव के पास जाता। कुत्ता मालकिन के शव को पकड़कर उठाने से रोक लेता। ऐसे में शव उठाने के लिए लोगों को पुलिस बुलानी पड़ी। कानपुर से रिश्तेदार आएंगे। तब अंतिम संस्कार होगा। पुलिस ने घर में ताला डलवा दिया है।
जीडी प्रसाद मेमोरियल स्कूल के पास रहने वाले शंकर चौधरी (40) कपड़े का व्यापार करते थे। गुरुवार की रात उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। पड़ोसी ने शंकर का अंतिम संस्कार किया। शंकर के पास ही उनकी विधवा बहन पूर्णिमा ( 62) भी रहती थीं। जो रेलवे से रिटायर थीं। वह लंबे समय से डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की रोगी थी। भाई शंकर की मृत्यु का सदमा पूर्णिमा को भी ले डूबा। शुक्रवार की रात पूर्णिमा की भी मौत हो गई।

मालकिन की मौत पर उनके पालतू कुत्ते ने रो-रोकर पूरा मोहल्ला इकट्ठा कर दिया। जब लोग घर में पहुंचे, तो पूर्णिमा का शव पड़ा था। वहीं पास में पालतू कुत्ता भी बैठा था। जैसे ही लोगों ने शव नीचे हटाने की कोशिश की तो पालतू कुत्ता आक्रमक हो गया। काफी प्रयास किए गए। कुत्ते ने शव को नहीं उठाने दिया। सुबह से शाम हो गई। मालकिन के प्रति कुत्ते का प्रेम देखकर हर कोई भावुक था। जिस मकान में पूर्णिमा किराए पर रहती थीं, लोगों ने मकान मालिक सुमन को इसकी सूचना दी। मकान मालिक इज़्ज़तनगर से पुलिस को साथ लेकर पहुंची। मोहल्ले के लोगों ने पूर्णिमा के रिश्तेदारों को सूचना दी। जो कानपुर में रहती हैं। अब रिश्तेदार आएँगे, तब अंतिम संस्कार होगा। पुलिस ने मकान में ताला डलवा दिया है।