थाने के अंदर विधायक ने नेता को मारी गोली, सामने आया चौंकाने वाला वीडियो

राष्ट्रीय
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मुंबई, तीन फरवरी (ए)।महाराष्ट्र के कल्याण में भाजपा विधायक द्वारा शिवसेना नेता पर गोली चलाए जाने के मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदेश जारी करते हुए कहा कि डीजीपी रश्मी शुक्ला को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, कानून सबके लिए बराबर है। जांच में पता चलेगा कि फायरिंग थाने के अंदर हुई या बाहर। वहीं विपक्ष का कहना है कि शिंदे सरकार में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अगर ऐसे ही शिंदे मुख्यमंत्री रहे तो माफिया राज चलेगा। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि यह गैंगवार है जो कि सरकार के इशारे पर चल रही है। गृह मंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। यह मामला संसद में भी उठाया जाएगा।
बता दें कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भूमि संबंधी विवाद के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक नेता को गोली मारकर घायल करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे ने मीडिया को बताया कि कल्याण से भाजपा के विधायक गणपत गायकवाड़ ने शुक्रवार रात उल्हासनगर इलाके में हिल लाइन पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रमुख महेश गायकवाड़ पर गोलियां चलाईं।
गणपत गायकवाड़ ने अपनी गिरफ्तारी से पहले समाचार चैनल ‘जी 24 तास’ से फोन पर कहा कि उनके बेटे को पुलिस थाने में पीटा जा रहा था इसलिए उन्होंने गोली चलाई। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में ”अपराधियों का साम्राज्य” स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। महेश गायकवाड़ को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें ठाणे स्थित एक निजी चिकित्सा केंद्र ले जाया गया। शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रभारी गोपाल लांडगे ने कहा, ”उनका (महेश गायकवाड़ का) ऑपरेशन सफल रहा।”

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे के मुताबिक, गणपत गायकवाड़ का बेटा जमीन संबंधी विवाद के सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने आया था, तभी महेश गायकवाड़ अपने लोगों के साथ वहां पहुंचे। बाद में गणपत गायकवाड़ भी थाने पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि विधायक और शिवसेना नेता के बीच झगड़े के दौरान गणपत गायकवाड़ ने वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर महेश गायकवाड़ पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे वह और उनका सहयोगी घायल हो गए।