ओडिसा ट्रेन दुर्घटना: रेल मंत्री ने की CBI जांच की सिफारिश

राष्ट्रीय
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नईदिल्ली-बालासोर,04 जून (ए)। रेलवे ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की है। दुर्घटना में अब तक 275 यात्रियों की मौत हो चुकी है।.रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार शाम भुवनेश्वर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने तीन ट्रेन से जुड़ी दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की है, जिसमें 275 लोगों की जान चली गई और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं।’’.राज्य सरकार की मदद के साथ केंद्र बालासोर, कटक और भुवनेश्वर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती घायल मरीजों को हरसंभव उपचार मुहैया करा रहा है। वैष्णव ने कहा, ‘‘अस्पतालों में मरीजों को हर सुविधा दी जा रही है। चिकित्सकों की टीम चौबीसों घंटे मरीजों की देखभाल कर रही है।’’

उन्होंने कहा कि सरकार मृतकों के परिवार से संपर्क करने का प्रयास कर रही है।

। वैष्णव ने बताया कि दो लाइन में पटरी की मरम्मत का काम लगभग हो गया है। इस हादसे में जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनके परिवार से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड की तरफ से इस मामले की CBI जांच की सिफारिश की गई है।

रेल मंत्री ने कहा कि दुर्घटना के मूल कारण और इसके लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने बालासोर जिले में दुर्घटनास्थल पर मीडिया से बातचीत में कहा कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण ऐसा हुआ। इसे फेल सेफ सिस्टम कहा जाता है, इसलिए इसका मतलब है कि अगर यह फेल भी हो जाता है तो भी सारे सिग्नल लाल हो जाएंगे और सभी ट्रेनों का परिचालन रुक जाएगा।मंत्री ने कहा कि सिग्नल प्रणाली में समस्या थी। ऐसा हो सकता है कि किसी ने केबल देखे बिना कुछ खुदाई की हो।

रेलवे बोर्ड के परिचालन एवं कारोबार विकास की सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि किसी भी मशीन के चलने से खराबी आने का खतरा रहता है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि एआई-आधारित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ इस तरह की छेड़छाड़ केवल जानबूझकर की जा सकती है। अधिकारी ने सिस्टम में किसी भी खराबी से इनकार किया।

मंत्री ने यह भी कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने जांच पूरी कर ली है और रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने कहा, यह भीतर से या बाहर से छेड़छाड़ या तोड़फोड़ का मामला हो सकता है। हमने किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया है। बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शुक्रवार शाम करीब सात बजे बालासोर के बहानागा बाजार स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 1,175 लोग घायल हो गए थे।

ओडिशा सरकार ने रेल हादसे में मृतकों की संख्या रविवार को 288 से संशोधित कर 275 कर दी और घायलों की संख्या 1,175 बताई है।

मुख्य सचिव पी के जेना के मुताबिक, कुछ शवों की दो बार गिनती हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘विस्तृत सत्यापन और बालासोर जिलाधिकारी की एक रिपोर्ट के बाद संशोधित मृतक संख्या 275 है।’’

अधिकारियों ने रविवार को कोरोमंडल एक्सप्रेस (कोरोमंडल एक्सप्रेस) के ड्राइवर को यह कहते हुए क्लीन चिट दे दी कि उसे आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी मिल गई थी और वह तेज गति से गाड़ी नहीं चला रहा था। शुक्रवार को मिली प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस उस स्टेशन पर लूप लाइन में घुस गई थी, जिस पर लौह अयस्क से लदी एक मालगाड़ी खड़ी थी।