देश भर में मनाई गई रामनवमी, मप्र में 11 लोगों की मौत, बंगाल व महाराष्ट्र में हिंसा

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली/इंदौर/हावड़ा, 30 मार्च (ए) देश भर में बृहस्पतिवार को पूरे उत्साह एवं विशेष पूजा के साथ रामनवमी मनाई गई, लेकिन मध्य प्रदेश में हवन के दौरान एक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं पश्चिम बंगाल एवं महाराष्ट्र में हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं।.

दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस के आदेश की अवहेलना करते हुए जुलूस निकाला। जहांगीरपुरी में पिछले साल हनुमान जयंती के दौरान दंगे हुए थे। .गुजरात के वडोदरा में भी दो स्थानों पर पथराव की घटनाएं हुईं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को रामनवमी की बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘त्याग, तपस्या, संयम और संकल्प पर आधारित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र का जीवन हर युग में मानवता की प्रेरणाशक्ति बना रहेगा।’’

एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इंदौर के एक मंदिर में रामनवमी पर आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई।

उधर, पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में रामनवमी की शोभा यात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा हो गयी, जिसमें कई वाहनों को आग लगा दी गयी और दुकानों में तोड़फोड़ की गयी।

पुलिस ने कहा कि घटना के संबंध में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पश्चिम बंगाल में अन्य स्थानों पर ढोलों की थाप तथा ‘जय श्रीराम’ के जयघोष के साथ रामनवमी का उत्सव मनाया गया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं की अगुवाई में शोभायात्राएं निकाली गईं।

हावड़ा, खड़गपुर, बैरकपुर, भद्रेश्वर, सिलीगुड़ी और आसनसोल में निकाली गई शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। इन शोभायात्राओं में ढोल, भगवा ध्वज और भगवान राम के चित्र वाले बड़े-बड़े कटआउट प्रमुखता से दिखाई दिये। इनमें भाग लेने वालों में से कुछ तलवार और त्रिशूल भी लिए हुए थे।

हावड़ा के रामराजातला में ऐसी ही एक रैली में शामिल भाजपा नेता सजल घोष ने इस संबंध में कहा कि उस समय बुराई के खिलाफ ऐसे हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत थी। कोलकाता के पार्षद घोष ने कहा, ‘‘भगवान राम ने राक्षसों को मारने के लिए हथियारों का इस्तेमाल किया था।’’

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने रामराजतला स्थित 300 साल पुराने राम मंदिर में पूजा-अर्चना की।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक राम मंदिर के पास दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद जब पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, तो करीब 500 लोगों की भीड़ ने पथराव किया। इस घटना में 10 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 12 लोग घायल हो गए।

अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना बुधवार और बृहस्पतिवार की दरमियानी रात को जिले के किराडपुरा इलाके में हुई, जहां एक प्रसिद्ध राम मंदिर है।

अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और कुछ प्लास्टिक की गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आठ टीम का गठन किया गया है।

राम नगरी अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सुबह सरयू नदी में पवित्र डुबकी लगाई और बाद में कनक भवन, हनुमानगढ़ी और नागेश्वरनाथ सहित सभी प्रमुख मंदिरों के दर्शन किए। हिंदू पंचांग के ‘चैत्र’ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाए जाने वाले भगवान राम के “जन्मोत्सव” का स्वागत करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ मौजूद रही।

अयोध्या में सुबह-सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ रामनवमी पर्व की शुरुआत हुई। माना जाता है कि दोपहर के समय जब भगवान राम का जन्म हुआ था, अयोध्या के सभी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई थी।

गुजरात के वड़ोदरा शहर में रामनवमी के दो जुलूसों पर पथराव किया गया, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। पहली घटना फतेहपुरा इलाके में हुई, वहीं दूसरी घटना पास के कुंभरवाड़ा में हुई। पुलिस ने कहा कि फतेहपुरा की घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन कुंभरवाड़ा में भीड़ द्वारा किए गए पथराव में कुछ लोग घायल हो गए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नयी दिल्ली में आयोजिक एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘भगवान राम केवल पत्थर, लकड़ी या मिट्टी की मूर्ति नहीं हैं, वह हमारी संस्कृति और आस्था का केंद्र हैं। भगवान राम हमारी और हमारे देश की पहचान हैं।’’

इस बीच, चुनावी राज्य कर्नाटक, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सहित देश के विभिन्न प्रदेशों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से भी लोगों के उत्साहपूर्वक रामनवमी मनाने की खबरें हैं।