सात पुलिसकर्मी एक साथ पाए गए कोरोना पॉजिटिव, विभाग में मचा हड़कंप

राष्ट्रीय
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देहरादून,30 नवम्बर (ए)। उत्तराखंड एक ऐसा सूबा है जहां पुलिस महकमे में एक साथ 7 पुलिसकर्मियों की जांच रिपोर्ट ‘कोरोना पॉजिटिव’ आई है। इस राज्य पुलिस में यह पहला मौका है जब काफी लंबे समय बाद एक साथ 7-7 पुलिसकर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हो। इस खबर के बाहर आते ही महकमे में हड़कंप मच गया है। फिलहाल हड़बड़ाने के बजाए एहतियात बरतने की हिदायत महकमे के सभी पुलिसकर्मियों को जारी कर दी गई है।
राज्य पुलिस डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) ने सभी अफसर और पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमण के प्रति 24 घंटे सतर्क रहने की हिदायत दी है। राज्य पुलिस महानिदेशालय द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, महकमे में 7 पुलिसकर्मियों के एक साथ कोरोना संक्रमित मिलने की रिपोर्ट आने के बाद घबड़ाने की जरूरत नहीं है।

DGP ने बताया कि सभी संक्रमितों को एहतियातन कोरंटाइन करवा दिया गया है। सभी संंक्रमितों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। इन सातों संक्रमितों की चेन तलाशी जा रही है ताकि पूरी चेन को तोड़कर करके बाकी अन्य गैर-संक्रमितों को संक्रमित होने से वक्त रहते बचाया जा सके। यह घबराने की बात या विषय नहीं है. यह वक्त तुरंत एहतियाती कदम उठाने का है न की घबराने का।
पुलिस महानिदेशक ने कहा, जरूरत है एहतियाती कदम उठाकर उन पर गंभीरतापूर्वक अमल-मनन करने की, ताकि राज्य पुलिस विभाग के बाकी स्टाफ को कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके।” डीजीपी ने आगे कहा, “डिपार्टमेंट में कोरोना संक्रमण के यह 7 मामले चूंकि एक लंबे समय बाद सामने निकल कर आए हैं। ऐसे में हम किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरत सकते हैं. पुलिस स्वस्थ रहेगी, तब ही हम जनमानस की मदद कर सकेंगे। लिहाजा ऐसे में मैंने इन मौजूदा बदली हुई परिस्थितियों में राज्य पुलिस में सिपाही से लेकर अफसरों तक को अपनी-अपनी कोरोना संक्रमण की जांच कराने को कहा है। इसका मतलब यह नहीं है कि, अधिकांश पुलिसकर्मी या अफसर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
उन्होंने कहा, ” यह सिर्फ अहतियातन कदम उठाया गया है ताकि कोरोना संक्रमितों को वक्त रहते अलग और कोरोंटाइन करके, डिपार्टमेंट के बाती कर्मचारियों-अफसरों को कोरोना संक्रमित होने से बचाया जा सके।” उत्तराखण्ड राज्य पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने आगे कहा, “कोरोना से बचाव के लिए एहतियाती कदम ही सबसे ज्यादा कारगर साबित हो रहे हैं न कि इलाज। हमारी कोशिश है कि राज्य पुलिस के जवानों को संक्रमण से बचाने के उपाय ही वक्त रहते अपना लेने चाहिए ताकि उनके कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की संभावनाएं ही निर्मूल सिद्ध की जा सकें। इसी के मद्देनजर इस बड़ी राज्य पुलिस फोर्स में महज 7 कोरोना संक्रमित जवानों के सामने आते ही, हम अलर्ट मोड पर आ गए हैं। ताकि कोरोना संक्रमितों की चेन किसी भी कीमत पर लंबी न हो सके।