शमी के पांच विकेट और कोहली के अर्धशतक से भारत ने लगाया जीत का ‘पंजा’

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धर्मशाला, 22 अक्टूबर (ए) मोहम्मद शमी के पांच विकेट के बाद विराट कोहली के बड़े अर्धशतक से भारत ने रविवार को यहां आईसीसी विश्व कप मैच में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर लगातार पांचवीं जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में जगह बनाने का दावा मजबूत किया।.

इस जीत से भारत ने पांच मैचों में पांच जीत से 10 अंक के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। न्यूजीलैंड पांच मैच में चार जीत से आठ अंक के साथ दूसरे स्थान पर है।.

न्यूजीलैंड के 274 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने कोहली (104 गेंद में 95 रन, आठ चौके, दो छक्के) की श्रेयस अय्यर (33) के साथ तीसरे विकेट की 52, लोकेश राहुल (27) के साथ चौथे विकेट की 54 और रविंद्र जडेजा (44 गेंद में नाबाद 39) के साथ छठे विकेट की 78 रन की साझेदारी से 48 ओवर में छह विकेट पर 274 रन बनाकर जीत दर्ज की। कप्तान रोहित शर्मा ने भी (46) रन की उम्दा पारी खेली।

न्यूजीलैंड की तरफ से लॉकी फर्ग्युसन ने 63 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल सेंटनर ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 37 रन देकर एक विकेट हासिल किया लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।

मिशेल ने इससे पहले 127 गेंद में पांच छक्कों और नौ चौकों की मदद से 130 रन की पारी खेलने के अलावा रचिन रविंद्र (75 रन, 87 गेंद, छह चौके, एक छक्का) के साथ तीसरे विकेट के लिए 159 रन जोड़े लेकिन इसके बावजूद टीम 50 ओवर में 273 रन पर आउट हो गई। मिशेल और रविंद्र की साझेदारी इस मैदान पर किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। इन दोनों ही बल्लेबाजों को भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने जीवनदान भी दिया।

भारत के लिए शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 54 रन देकर करियर में तीसरी बार पांच विकेट चटकाए। बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव महंगे साबित हुए। उन्होंने 73 रन देकर दो विकेट हासिल किए। मोहम्मद सिराज (45 रन पर एक विकेट) और जसप्रीत बुमराह (45 रन पर एक विकेट) ने किफायती गेंदबाजी करते हुए एक-एक विकेट अपने नाम किया।

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान पहली बार दबाव में दिखे। टीम अंतिम 13 ओवर में भारत की सटीक गेंदबाजी के सामने 68 रन ही बना सकी।

विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ 10 मैच में यह भारत की चौथी जीत है जबकि पांच मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा है। एक मैच बेनतीजा रहा। भारत ने न्यूजीलैंड को विश्व कप में पिछली बार 20 साल पहले 2003 में सेंचुरियन में हराया था।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को रोहित शर्मा (46) और शुभमन गिल (26) की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। रोहित शुरू से ही अच्छी लय में दिखे। उन्होंने ट्रेंट बोल्ट पर चौके से खाता खोलने के बाद उनकी और मैट हेनरी की गेंद को दर्शकों के बीच पहुंचाया।

गिल ने सतर्क शुरुआत के बाद बोल्ट और हेनरी पर दो-दो चौके मारे और आठवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।रोहित ने हेनरी और सेंटनर पर छक्के मारे लेकिन लॉकी फर्ग्युसन की पहली ही गेंद को विकेटों पर खेल गए। उन्होंने 40 गेंद का सामना करते हुए चार छक्के और इतने ही चौके मारे।

गिल भी फर्ग्युसन के अगले ओवर में थर्ड मैन पर मिशेल को कैच दे बैठे। वह इस पारी के दौरान एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेजी से दो हजार रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

गिल ने 38 पारियों में यह मुकाम हासिल किया और दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 40 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी।

विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। अय्यर ने फर्ग्युसन पर दो चौकों के साथ शुरुआत की और फिर उन पर एक और चौके के साथ 15.4 ओवर में भारत के रनों का शतक पूरा किया जिसके बाद घने कोहरे के कारण लगभग 15 मिनट तक खेल रुका रहा।

मैच दोबारा शुरू होने पर कोहली ने फर्ग्युसन पर दो चौके मारे। अय्यर ने भी रविंद्र का स्वागत चौके के साथ किया लेकिन बोल्ट की बाउंसर को डीप स्क्वायर लेग में कॉनवे के हाथों में खेल गए। उन्होंने 29 गेंद में छह चौकों से 33 रन बनाए।

कोहली को इसके बाद राहुल के रूप में एक और उम्दा जोड़ीदार मिला। राहुल ने फर्ग्युसन पर चौके से खाता खोला और फिर रविंद्र पर भी चौका मारा। कोहली ने भी रविंद्र पर छक्का जड़ा।

सेंटनर ने राहुल को पगबाधा करके इस साझेदारी को तोड़ा। सेंटनर की विश्वसनीय अपील को अंपायर ने ठुकरा दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया।

कोहली ने सेंटनर की गेंद पर एक रन के साथ 60 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।

सूर्यकुमार यादव (02) इसके बाद कोहली के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हुए जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 191 रन हो गया।

जडेजा ने फर्ग्युसन पर लगातार दो चौके के साथ खाता खोला और 36वें ओवर में टीम के रनों का दोहरा शतक पूरा किया।

भारत को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 49 रन की दरकार थी। जडेजा ने रविंद्र जबकि कोहली ने बोल्ट पर छक्के के साथ भारत की लक्ष्य तक पहुंचने की राह आसान की। भारत हालांकि जब जीत से सिर्फ पांच रन दूर था तब कोहली हेनरी की गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश में ग्लेन फिलिप्स को कैच दे बैठे। जडेजा ने हेनरी पर चौके के साथ भारत की जीत सुनिश्चित की।

इससे पहले रोहित ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया जिसके बाद गेंदबाजों ने नौवें ओवर में 19 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों डेवोन कॉनवे (00) और विल यंग (17) को पवेलियन भेज दिया।

कॉनवे सिराज की गेंद को फारवर्ड शॉर्ट लेग पर श्रेयस अय्यर के हाथों में खेल गए जबकि बुमराह पर दो चौके जड़ने के बाद यंग ने शमी की गेंद को विकेटों पर खेल दिया।

रविंद्र और मिशेल ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने रन गति में इजाफा किया। रविंद्र ने शमी पर दो चौके मारे लेकिन 12 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब इस तेज गेंदबाज की गेंद पर रविंद्र जडेजा ने प्वाइंट पर उनका कैच टपका दिया।

मिशेल ने 13वें ओवर में शमी पर चौके के साथ टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।

रविंद्र और मिशेल दोनों ने 19वें ओवर में कुलदीप यादव पर छक्के जड़े। टीम के रनों का शतक 21वें ओवर में पूरा हुआ।

रविंद्र ने कुलदीप की गेंद पर एक रन के साथ 56 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि मिशेल ने सिराज पर एक रन के साथ 60 गेंद में 50 रन के आंकड़े को छुआ।

सिराज ने 61 रन के स्कोर पर रविंद्र को पगबाधा किया लेकिन डीआरएस का सहारा लेने पर फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया क्योंकि गेंद लेग साइड के बाहर पिच हुई थी।

मिशेल को भी 69 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कुलदीप की गेंद पर लांग ऑफ पर बुमराह ने उनका आसान कैच टपका दिया और गेंद चार रन के लिए चली गई।

रविंद्र हालांकि अगले ओवर में शमी की गेंद पर लांग ऑन पर गिल को कैच दे बैठे जिससे शतकीय साझेदारी का अंत हुआ।

न्यूजीलैंड के रनों का दोहरा शतक 37वें ओवर में पूरा हुआ लेकिन कुलदीप ने इसी ओवर में कप्तान टॉम लैथम (05) को पगबाधा करके भारत को चौथी सफलता दिलाई।