सुरक्षा में कटौती पर बोले शिवपाल – ‘‘भाजपा से यही उम्मीद थी’’अब डिम्पल करेगी गोल

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ, 29 नवंबर (ए) प्रगतिवादी समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर उनकी सुरक्षा कम करने को लेकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा से यही ‘‘उम्मीद’’ थी और अब डिंपल यादव की जीत का अंतर (मैनपुरी उपचुनाव में) और बढ़ जाएगा।.

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके प्रतिनिधित्व वाली मैनपुरी सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव इस सीट से पार्टी की उम्मीदवार हैं। डिंपल के लिए प्रचार कर रहे यादव से जब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा कम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा से इसकी उम्मीद थी और अब जनता और पार्टी के कार्यकर्ता मेरी सुरक्षा करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘डिंपल यादव की जीत का अंतर अब और बढ़ेगा।’’.

सोमवार को मैनपुरी के करहल इलाके में एक चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिवपाल यादव की तुलना फुटबॉल और पेंडुलम से करने के बारे में पूछे जाने पर शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश पहले ही पेंडुलम टिप्पणी पर जवाब दे चुके हैं. जहां तक फुटबॉल का सवाल है, एक अच्छा खिलाड़ी जानता है कि गोल कैसे करना है. अब डिंपल (उपचुनाव में) एक गोल करेंगी. 
मुख्यमंत्री ने सोमवार को जनसभा में कहा था कि मैं एक दिन बयान पढ़ रहा था चाचा शिवपाल का, उनकी स्थिति पेंडुलम जैसी हो गयी है. पिछली बार आपने देखा होगा कितना बेइज्जत करके भेजा, कुर्सी तक नहीं मिली, कुर्सी के हैंडल पर बैठना पड़ा था. उन्होंने सलाह दी, जीवन में कभी पेंडुलम नहीं बनना चाहिए, पेंडुलम का कोई मतलब नहीं होता है. वह (शिवपाल) फुटबॉल बन गये हैं, उन्हें फुटबॉल बनने से बचना होगा. 
सपा प्रमुख अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ को जवाब देते हुए ट्वीट किया था कि माननीय शिवपाल सिंह यादव  की सुरक्षा श्रेणी को कम करना आपत्तिजनक है. साथ ही ये भी कहना है कि पेंडुलम समय के गतिमान होने का प्रतीक है और वो सबके समय को बदलने का संकेत भी देता है और ये भी कहता है कि ऐसा कुछ भी स्थिर नहीं है जिस पर अहंकार किया जाए।
शिवपाल यादव की सुरक्षा को लेकर अखिलेश यादव के ट्वीट पर पलटवार करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार की देर रात ट्वीट किया कि श्री शिवपाल सिंह यादव जी को भतीजे श्री अखिलेश यादव और सपा के अपराधियों से ख़तरा था, अब दोनों में मिलाप हो गया है तो सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा टल गया है, फिर भी उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा उपलब्ध है, यदि उन्हें सुरक्षा की समस्या है तो अवगत कराएं, जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. राज्य सरकार का शिवपाल की सुरक्षा में कटौती का फैसला शिवपाल और अखिलेश के बीच मतभेद समाप्त होने और एक बार फिर हाथ मिलाने के बाद सामने आया है।