जोधपुर,06 अक्टूबर (ए) । राजस्थान के वाडमेर जिले में इलाज के नाम पर मरीज के जीवन से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। यहां एक मरीज गुप्तांग पर हुये फोड़े का इलाज कराने सरकारी चिकित्सालय गया था। वहां चिकित्सक ने उसे इलाज के लिये निजी अस्पताल में भेज दिया। वहां न केवल पीड़ित से मोटी रकम वसूल ली गई, बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट को ही काट दिया गया। पीड़ित ने अब इस मामले में पुलिस के सामने अपना दर्द बयां किया है। पीड़ित के पास इलाज के रुपये नहीं होने के कारण उसने अपने घर को गिरवी रखकर यह रकम जुटाई थी। जानकारी के अनुसार बाड़मेर निवासी एक मरीज के गुप्तांग पर एक फोड़ा हो गया था। वह उसका इलाज करवाने के लिये बाड़मेर के सरकारी अस्पताल में गया। पीड़ित का आरोप है कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर वीके गोयल ने उसे कहा कि इसका बाड़मेर के निजी यश अस्पताल में इलाज संभव है। एक मामूली सर्जरी की जाएगी और वह पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा। डॉक्टर ने इलाज की फीस डेढ़ लाख रुपए बताई। पीड़ित के पास इतने रुपये नहीं थे तो उसने अपने घर का पट्टा गिरवी रखकर रकम जुटाई और डॉक्टर को फीस अदा की। उसके बाद उसका इलाज शुरू किया गया। पीड़ित ने बताया कि इलाज के दौरान उसे बेहोशी का इंजेेक्शन लगाया गया था। बाद में जब उसे होश आया
