7 साल से नाबालिग किशोरी के साथ बुजुर्ग चित्रकार कर रहा था डिजिटल रेप,ऐसे हुआ खुलासा,फिर—

उत्तर प्रदेश गौतम बुद्ध नगर
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नोएडा, 16 मई (ए)। यूपी के नोएडा में 80 वर्षीय चित्रकार को नाबालिग के साथ कथित ‘डिजिटल रेप’ के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी बुजुर्ग 17 वर्षीय पीड़िता के साथ उसके अभिभावक के रूप में रह रहा था और सात साल से अधिक से उसका यौन शोषण कर रहा था। 
इस मामले में पीड़िता ने सेक्टर-39 थाने में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की के साथ रहने वाली महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि 17 साल की बच्ची के साथ 81 साल का व्यक्ति डिजिटल तरीके से छेड़छाड़ और रेप की वारदात को अंजाम दे रहा है. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी लड़की को खुद का संरक्षक बताता था और अक्सर बच्ची को अश्लील वीडियो दिखाकर उसके साथ रेप और छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दे रहा था। पीड़िता ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि जब वह 10 साल की थी, तब मौरिस उसे अपने घर ले आया था. मौरिस ने उसके पिता से कहा था कि वह इसे पढ़ाएगा. लेकिन यहां लाकर वह यौन शोषण करने लगा. इसका विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की जाती थी. पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी अश्लील वीडियो दिखाकर उसके प्राइवेट पार्ट को भी छूता था. दरअसल, मौरिस पहले हिंदू था और बाद में उसने ईसाई धर्म स्वीकार किया. करियर को और बेहतर बनाने के लिए मौरिस करीब 22 साल पहले अपनी पत्नी के साथ प्रयागराज से नोएडा आया था. पुलिस का कहना है कि नोएडा आने के बाद मौरिस की मुलाकात 2000 में दिल्ली की रहने वाली एक महिला से फोटो प्रदर्शनी के दौरान हुई थी. इसके बाद महिला मौरिस के साथ रहने लगी। घर में दूसरी महिला के आने के बाद मौरिस की पत्नी नाराज होकर परिवार के साथ प्रयागराज वापस लौट गई. मौरिस के साथ जो महिला रहने आई थी वह देहरादून की थी. जिस नाबालिग के साथ बुजुर्ग चित्रकार द्वारा डिजिटल रेप की बात सामने आई है वह मौरिस के शिमला स्थित वर्कशाप में काम करने वाले एक व्यक्ति की बेटी है। पुलिस ने बताया कि मूलरूप से इलाहाबाद निवासी आरोपी मौरिस राइडर अपनी एक महिला दोस्त के साथ थाना क्षेत्र के एक सेक्टर में किराये पर रहता है। मौरिस राइडर चित्रकार है। आरोपी की महिला दोस्त के संरक्षण में एक 17 वर्षीय किशोरी भी रहती है। किशोरी का आरोप है कि मौरिस राइडर पिछले कई सालों से उसका यौन शोषण कर रहा है।   
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब वह दस साल की थी, तभी से आरोपी उसका यौन शोषण कर रहा था और विरोध करने पर मारपीट करता था। आरोपी अक्सर उसे मोबाइल पर टीवी पर अश्लील वीडियो दिखाता था। पीड़िता ने आरोपी की कई वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपी हैं। पुलिस ने किशोरी को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा और रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को उसके निवास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 376, 323, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।
‘डिजिटल रेप’ का अर्थ है प्रजनन अंग के अलावा किसी अन्य वस्तु का उपयोग करके किसी महिला/लड़की के साथ जबरन यौन संबंध बनाना। यह बलात्कार के दायरे में नहीं आता था बल्कि 2012 के निर्भया कांड के बाद इसे जोड़ा गया था।