कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले जायेगें जेल, इस देश के राष्ट्रपति ने दिया बयान

अंतरराष्ट्रीय
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मनीला, 22 जून (ए)। फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों और विवादों में रहते हैं। यहां तक कि उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को गाली तक दे दी थी और इस वजह से दोनों देशों में तनाव पैदा हो गया था। अब दुर्तेते ने अपने नागरिकों से कहा है कि कोरोना की वैक्सीन लगवाओ या जेल जाओ. राष्ट्रपति दुतेर्ते ने एक और विकल्प दिया है। उन्होंने कहा कि जो वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं, वे देश छोड़कर भारत या अमेरिका चले जाएं। भारत और अमेरिका में ही कोरोना महामारी ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। शायद इसीलिए दुतेर्ते ने कटाक्ष करते हुए भारत और अमेरिका का नाम लिया है। फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने कोरोना की वैक्सीन ना लगवाने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, उन्हें जेल भेज दिया जाएगा. सोमवार की रात को रिकार्डेड संबोधन में दुतार्ते ने ये बातें कहीं। दुतार्ते ने कहा, आपके पास विकल्प मौजूद है- या तो आप वैक्सीन लगवा लीजिए या फिर मैं आपको जेल भेजूं। फिलीपींस में मार्च महीने में ही वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हुआ था लेकिन वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी ही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलीपींस में वैक्सीन की पर्याप्त डोज भी उपलब्ध नहीं हैं। दुतार्ते ने कहा कि वह अपने देश के उन मूर्खों से आजिज आ गए हैं जो वैक्सीन लगवाने से मना कर रहे हैं। दुतार्ते ने धमकी देते हुए कहा कि वह वैक्सीन से मना करने वाले लोगों को वो वैक्सीन लगवा देंगे, जो ट्रायल के दौरान जानवरों को लगाई जाती है। दुतार्ते ने कहा, आप सब जिद्दी हैं।
दुर्ताते ने इससे पहले लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को गोली मारने की धमकी दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुर्ताते की धमकी के बाद लॉकडाउन का कथित रूप से उल्लंघन करने वाले कई लोगों को अधिकारियों ने मार दिया। इनमें एक बुजुर्ग और एक पूर्व सैनिक भी शामिल था जिसे स्ट्रेस डिसऑर्डर की समस्या थी। फिलीपींस की कुल आबादी 11 करोड़ है। वैक्सीन ट्रैकर हर्ड इम्यूनिटी पीएच के मुताबिक, फिलीपींस में सोमवार तक सिर्फ 1.95 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन लग पाई है। फिलीपींस में सोमवार तक कोरोना संक्रमण के 56,000 ऐक्टिव केस थे। यहां सोमवार को कोरोना से 138 लोगों की मौतें हुईं
। कोरोना का डेल्टा वेरिएंट भी फिलीपींस की चिंता बढ़ा रहा है।
डेल्टा वेरिएंट सबसे पहले भारत में ही मिला था। फिलीपींस ने डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण को रोकने के लिए भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, ओमाना और यूएई से लोगों के आने पर 30 जून तक पाबंदी लगा रखी है। फिलीपींस की सरकार लोगों को कोविड शॉट लगवाने के बदले इनाम भी दे रही है। हालांकि, फिलीपींस के राष्ट्रपति के इस बयान की आलोचना उनके देश के हेल्थ एक्सपर्ट ही कर रहे हैं। मनीला में फिलीपींस जनरल हॉस्पिटल में एंडोक्रिनोलॉजी में विशेषज्ञ हारोल्ड चिउ ने कहा, ये लोगों की स्वतंत्रता के खिलाफ है। लोगों से जबरदस्ती करना गलत है।
मैं सभी से अपील करता हूं कि वे वैक्सीन लगवाएं क्योंकि ये वाकई असरदार है और कोविड-19 के गंभीर खतरे से बचाती है। मिया मैगडलेना नाम की एक नर्स ने अलजजीरा से कहा, मुझे नहीं लगता है कि सजा के डर से लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आएंगे। हालांकि, इस गरीब देश में अगर वैक्सीन लगवाने के बदले कुछ भत्ते दिए जाए तो इससे जरूर लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, कई लोगों ने कहा कि दुतेर्ते की धमकी कानून और नैतिकता से परे है। मंगलवार को हुई प्रेस ब्रीफिंग में फिलीपींस की स्वास्थ्य सचिव मिरना कोबोटेज ने राष्ट्रपति का बचाव किया। उन्होंने कहा कि दुतेर्ते ने भावना में बहकर धमकी दी थी और इसे इस संदर्भ में देखा जाना चाहिए कि वह अपने देशवासियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, फिलीपींस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता हैरी रोक ने कहा है कि वैक्सीन लगाने को अनिवार्य बनाने को लेकर कानून भी बन सकता है। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को नीतियां बनाने की शक्ति के तहत वैक्सीन को अनिवार्य करने का पूरा अधिकार है। दुतार्ते ने कोरोना महामारी को देश के लिए संकट करार देते हुए कहा कि वह ग्राम प्रमुखों के लिए एक आदेश जारी कर सकते हैं कि वे वैक्सीन ना लगवाने वालों की एक सूची तैयार करें।