केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से जब मिली युवती ने रोकर बताया,कोरोना के इलाज के दौरान अस्पताल में भर्ती करने पर मां से हुआ था दुष्कर्म,फिर-

अमेठी उत्तर प्रदेश
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अमेठी, 12 जून (ए)। कोरोना महामारी के बीच मेडिकल स्टाफ की हैवानियत का एक बड़ा मामला शनिवार को उस समय प्रकाश में आया जब शहर के एक वार्ड निवासी युवती ने केन्द्रीय मंत्री से मिल अपनी 40 वर्षीय मां के साथ लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीटयूट के स्टाफ पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुलिस द्वारा फरियाद न सुने जाने पर उसने रो-रोकर अपनी व्यथा अमेठी जिले के दौरे पर आईं केंन्द्रीय वस्त्र एवं महिला तथा बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी को सुनाई। स्मृति के निर्देश पर डीएम ने जांच टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की है।
शहर के एक वार्ड निवासी महिला को पिछली छह तारीख को तबीयत खराब होने पर संयुक्त जिला अस्पताल गौरीगंज में भर्ती कराया गया था। महिला की पुत्री ने बताया कि हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसकी मां को डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीटयूट रेफर कर दिया।
पुत्री का आरोप है कि वहां सात तारीख को उसकी मां को पहले इमरजेंसी व बाद में चौथी मंजिल के बेड संख्या 41 पर भर्ती कर दिया गया। इसके बाद परिजनों को बाहर भेज दिया गया। किसी को मिलने नहीं दिया गया। बहुत निवेदन करने पर जब दो दिन बाद वह अपनी मां से मिली तो उसकी हालत नाजुक थी। मिलने पर उसकी मां ने चिकित्सकों व स्टाफ द्वारा उसे मारने-पीटने तथा कुछ गलत किए जाने की बात कही।
इसके बाद बेहोशी की हालत में शुक्रवार रात वहां से डिस्चार्ज कराकर फिर से जिला अस्पताल गौरीगंज में भर्ती कराया गया। शनिवार को अचानक जिला मुख्यालय पहुंचीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से युवती ने कहा कि मां को भर्ती कराने के बाद जब परिजन सुबह केस दर्ज कराने स्थानीय थाने पहुंचे तो पुलिस ने टरका दिया। युवती की बात सुनने के बाद स्मृति ने डीएम, एसपी व सीएमओ से वार्ता कर मामले में कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।