अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में गाजीपुर के खिलाड़ियों का रहा दबदबा

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गाज़ीपुर टीम ने तीन गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रोंज मेडल पर जमाया कब्जा

गाजीपुर,08 नवम्बर (ए)। गोवा में सम्पन्न एसके एआई अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में गाजीपुर की कराटे टीम ने प्रशिक्षक अंबिका भारद्वाज के नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन कर कीर्तिमान स्थापित कर दिया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गाजीपुर को तीन गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रोंटज मेडल प्राप्त हुआ है जो अपने आप में कीर्तिमान है।
गोवा में आयोजित पांच और छह नवम्बर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने हेतु चार प्रतिभागियों का चयन हुआ था। गाजीपुर के प्रतिभागियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में गाजीपुर का परचम लहराकर जिले, प्रदेश तथा देश का नाम रोशन कर दिया।
प्रतियोगिता में से 16 वर्ष के वर्ग में विकास यादव ने काता में रजत पदक और कूमीते में कांस्य पदक पर कब्जा किया। वहीं 11 वर्षिय वर्ग में आदित्य कुमार को काता में स्वर्ण पदक हासिल किया। तेरह वर्षीय वर्ग में आशुतोष शर्मा को कांता इवेंट में स्वर्ण पदक और 14 वर्षीय वर्ग में आदित्य वर्धन चौरसिया को काता में स्वर्ण पदक तथा फाइट में रजत पदक हासिल हुआ।
प्रशिक्षक अंबिका भारद्वाज ने बताया कि प्रतियोगिता में बहुत ही कड़ा मुकाबला था, जिसमें देश विदेश के की टीमों ने प्रतिभाग किया था।
प्रतियोगिता में गाजीपुर के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया जो बहुत ही बहुत ही सराहनीय है।
उन्होंने बताया कि 14 वर्ष के वर्ग में आदित्य वर्धन चौरसिया ने चार राउंड निकाला लेकिन फाइनल राउंड में उनका स्वास्थ्य साथ नहीं दिया। चोट लगने की वजह से वह फाइनल राउंड नहीं खेल पाए जिसके वजह से उनको सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।
श्री भारद्वाज ने कहा कि बड़े गर्व की बात है कि आज गाजीपुर से कराटे खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखा रहे हैं। कराटे खेल को गाजीपुर में बढ़ावा देने की जरूरत है और खिलाड़ियों को और तराशने की जरूरत है। हम सभी खिलाड़ियों को इस जीत की बधाई देते हैं और इस पर हमें खिलाड़ियों को और अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह ऐसा खेल है जिसमें खिलाड़ी शारीरिक और मानसिक दोनों तरफ से मजबूत होता है। खिलाड़ी में कॉन्फिडेंस, सेल्फ डिफेंस और सकारात्मक सोच की उत्पत्ति होती है।
प्रतिभागियों ने बताया कि राष्ट्रीय प्रमाणित कोन और राष्ट्रीय प्रमाणित रेफरी तथा पांचवीं डायन ब्लैक बेल्ट प्रशिक्षक अंबिका भारद्वाज ने कराटे कला को एक खेल भावना से खेलने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहते हैं। कराटे में जो नए नियम लागू हुए हैं तथा जो नई-नई टेक्निकल चीजें उभर के आयी हैं उस पर खिलाड़ियों को ज्यादा जोर देने की जरूरत है ताकि प्रतिभागी और अच्छा प्रदर्शन कर सकें।