कांग्रेस आलाकमान ने आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली,27 दिसंबर (ए)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कहा कि तेलंगाना और कर्नाटक में हालिया चुनाव में पार्टी की जीत के बाद आंध्र प्रदेश में जमीनी स्थिति बदल गई है और उन्हें विश्वास है कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सीटों के हिसाब से अपने प्रदर्शन में सुधार करेगी।

खरगे ने लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा के लिए आंध्र प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ हुई बैठक के दौरान यह बात कही।कांग्रेस प्रमुख ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित हिमाचल प्रदेश के पार्टी नेताओं के साथ भी बैठक की।

दोनों बैठकों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल के अलावा राज्य इकाई के प्रमुख और राज्यों के प्रभारी महासचिवों ने भाग लिया।

विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ आम चुनाव से पहले सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, इसलिए कांग्रेस आलाकमान विभिन्न राज्यों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहा है।

खरगे ने ‘एक्स’ पर लिखा, “आंध्र प्रदेश के नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण रणनीति बैठक हुई जिसमें हिस्सा लेने वालों ने संसदीय चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करने पर अपने विचार साझा किए।”

उन्होंने कहा, ‘हर कोई मानता है कि कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जमीनी स्थिति में काफी बदलाव आया है। सभी नेता और कार्यकर्ता कड़ी मेहनत करेंगे और उस बंधन को फिर से स्थापित करेंगे जो आंध्र प्रदेश की जनता का एक समय पार्टी के साथ रहा था।’

पत्रकारों से बात करते हुए, कांग्रेस के आंध्र प्रदेश प्रभारी मणिकम टैगोर ने कहा कि बैठक दो घंटे से अधिक समय तक चली और लोकसभा चुनाव के साथ-साथ राज्य विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की योजनाओं पर चर्चा की गई।

उन्होंने कहा, ‘हम कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करने वाले सभी लोगों को आंध्र प्रदेश के पुनर्निर्माण के लिए पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। पिछले 10 वर्षों में केंद्र के अधूरे वादों ने आंध्र प्रदेश के विकास को नष्ट कर दिया है। कांग्रेस 2024 की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।”

यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए दक्षिणी राज्य में गठबंधन करेगी, उन्होंने कहा कि इस संबंध में निर्णय शीर्ष नेतृत्व लेगा।

टैगोर ने यह भी कहा कि बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा नहीं हुई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी आर राजू और पूर्व केंद्रीय मंत्री एम एम पल्लम राजू सहित अन्य लोग शामिल हुए।

आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से 22 युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के पास हैं, जबकि शेष तीन सीटें तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के पास हैं। वाईएसआरसीपी राज्य में सत्ता में है और विधानसभा में उसके 175 में से 147 विधायक हैं।

कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और राज्य के अन्य पार्टी नेताओं के साथ भी बैठक की।

सुक्खू ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हिमाचल प्रदेश में चार (लोकसभा) सीटें हैं और कांग्रेस की स्थिति चारों पर मजबूत है।”

चार में से तीन सीटें फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास हैं, जबकि एक सीट कांग्रेस के पास है।