खराब मौसम के कारण इंडिगो एयरलाइन के विमान ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया, सुरक्षित लौटा

अंतरराष्ट्रीय
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इस्लामाबाद, 11 जून (ए) अमृतसर से अहमदाबाद जा रहा इंडिगो एयरलाइन का एक विमान खराब मौसम के कारण पाकिस्तान के गुजरांवाला पहुंच गया। हालांकि, बाद में वह सुरक्षित भारतीय हवाई क्षेत्र में लौट आया। विमानन कंपनी ने रविवार को यह दी।.

एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि इंडिगो की उड़ान 6ई-645 को शनिवार को खराब मौसम के कारण अटारी से पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में उतरना पड़ा।.

इंडिगो ने बताया, ‘‘इस मामले में अमृतसर स्थित वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) ने पाकिस्तान के साथ फोन के जरिये बेहतर तरीके से समन्वय किया। विमान में सवार चालक दल लगातार पाकिस्तान के साथ रेडियो/टेलीफोन पर संपर्क में रहा और विमान सुरक्षित तरीके से अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतरा।’’

‘डॉन’ अखबार की खबर में कहा गया है कि फ्लाइट रडार के अनुसार, 454 नॉट की गति से उड़ रहा भारतीय विमान ने शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे उत्तरी लाहौर में प्रवेश किया और रात आठ बजकर एक मिनट पर भारत लौट आया।

, नागर विमानन प्राधिकरण (सीएए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह असामान्य नहीं है क्योंकि मौसम खराब होने की स्थिति में ‘‘अंतरराष्ट्रीय रूप से इसकी इजाजत’’ होती है।

उल्लेखनीय है कि मई में, पाकिस्तान में भारी बारिश होने के कारण पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन (पीआईए) का एक विमान भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया था और करीब 10 मिनट तक वहां रहा था।

विमान पीके248 चार मई को मस्कट से लौट रहा था और उसे लाहौर में अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उतरना था। हालांकि, भारी बारिश के कारण बोइंग 777 विमान के पायलट के लिए ऐसा करना मुश्किल हो रहा था।

इस बीच, पाकिस्तान में हवाई अड्डों पर खराब दृश्यता के कारण उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया है, या उनमें देरी हुई है।

सीएए के प्रवक्ता ने कहा कि अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता 5,000 मीटर रहने के कारण लाहौर के लिए मौसम की चेतावनी की अवधि शनिवार रात साढ़े 11 बजे तक बढ़ा दी गई है।

खराब दृश्यता के कारण लाहौर जाने वाली कई उड़ानों को इस्लामाबाद भेज दिया गया।

पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में शनिवार शाम तेज हवाओं के साथ बारिश हुई।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक, सर्वाधिक प्रभावित इलाके खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के तीन निकटवर्ती जिले थे, जहां लगभग 29 लोगों की मौत हो गई।