भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारें गरीबों, मध्यम वर्ग और किसानों के लिए नहीं बल्कि उद्योगपतियों के लिए काम कर रही हैं: प्रियंका गांधी

दमोह मध्य प्रदेश
Spread the love

दमोह, 28 अक्टूबर (ए) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र और राज्य सरकारों पर गरीबों, मध्यम वर्ग और किसानों के बजाय उद्योगपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाया।.

मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र स्थित दमोह जिले में एक चुनावी आमसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने ‘‘देश की संपत्ति’’ कुछ बड़े उद्योगपतियों को दे दी है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव होने हैं।.

सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) आपकी मांगों में से एक है। आप 20 साल तक ईमानदारी से काम करने के बाद भविष्य की सुरक्षा चाहते हैं। यह राष्ट्र के लिए आपकी सेवा है, लेकिन नेता और सरकार कहते हैं कि उनके पास पैसा नहीं है। (गौतम) अडाणी जी जैसे बड़े उद्योगपतियों का सैकड़ों करोड़ का कर्ज क्यों माफ किया गया है? आपको यह पैसा कहां से मिला?’’

उन्होंने स्पष्ट रूप से सेंट्रल विस्टा परियोजना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आपने (सरकार) उन्हें देश की संपत्ति दे दी है। आप 8,000 करोड़ रुपये के विमान में उड़ रहे हैं। संसद भवन अच्छी स्थिति में था, लेकिन आप इसके सौंदर्यीकरण पर 20,000 रुपये खर्च कर रहे हैं।’’

प्रियंका गांधी ने भारत मंडपम इंटरनेशनल एक्जीबिशन कमकन्वेंशन सेंटर के निर्माण को लेकर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, ‘‘आपने 27,000 करोड़ रुपये खर्च करके नयी दिल्ली में एक बड़ा हॉल बनाया।’’ इसी कन्वेंशन सेंटर में हाल में जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था।

कांग्रेस नेता की आलोचना जाहिर तौर पर प्रधानमंत्री मोदी पर थी, लेकिन उन्होंने अपने भाषण में उनका नाम नहीं लिया। चुनाव आयोग ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी की मंदिर यात्रा से संबंधित ‘लिफाफा’ टिप्पणी पर प्रियंका गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

प्रियंका गांधी ने कहा,‘‘केंद्र और राज्य सरकारें बड़े उद्योगपतियों के लिए चलाई जा रही हैं। इसमें मध्यम वर्ग, गरीबों और किसानों के लिए कोई जगह नहीं है।’’

कांग्रेस नेता के अनुसार, देश में बेतहाशा बेरोजगारी और महंगाई है, लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘नोटबंदी और कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित छोटे व्यवसायों को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया भर में, केवल भारत में सरकार ने छोटे व्यवसायियों को महामारी के दौरान कोई रियायत नहीं दी।’

उन्होंने लोगों से उनकी धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले नेताओं के बहकावे में न आने का आग्रह करते हुए कहा कि लोगों को चुनाव के दौरान वोट डालते समय अपने भविष्य को ध्यान में रखना होगा।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में रोजगार के अवसरों की कमी के कारण बुंदेलखंड के लोग अन्य स्थानों पर जा रहे हैं। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों को भाई राहुल गांधी के द्वारा दिलाए गए बुंदेलखंड पैकेज की याद दिलाई जो पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगति गठबंधन (संप्रग) सरकार के दूसरे कार्यकाल में घोषित की गई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘देश में हर जगह बेरोजगारी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि रोजगार सृजन के रास्ते लगभग सीमित हो गए हैं।’’

प्रियंका ने कहा, ‘‘ पहले, सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) को बंद कर दिया और उन्हें अपने दोस्तों को बेच दिया। बाद में, इसने नोटबंदी लागू की और जीएसटी लागू किया, जिसके बाद कोविड-19 महामारी आई… इन सभी चीजों ने देश के लोगों की कमर तोड़ दी है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार सृजन अधिनियम (मनरेगा) को कमजोर कर दिया गया है एवं किसानों को कोई राहत नहीं मिल रही है।

प्रियंका गांधी ने एक बार फिर जातिगत गणना की वकालत करते हुए कहा कि देश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों के लोगों की सही संख्या जानने के लिए यह कवायद जरूरी है ताकि उन्हें लाभ प्रदान करने के लिए तदनुसार नीतियां बनाई जा सकें।

उन्होंने कहा, ‘‘जातिगत गणना का क्या मतलब है? हम जानना चाहते हैं कि देश में अन्य ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों के कितने लोग हैं। अगर सरकार को उनकी सही संख्या नहीं पता तो वह उन्हें न्याय कैसे देगी?’’

उन्होंने दावा किया कि ‘‘बिहार में हुई जातिगत गणना से पता चला है कि राज्य में 84 फीसदी ओबीसी और दलित हैं।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लेकिन, जब आप देश में उच्च पदों को देखेंगे तो पाएंगे कि वहां उनका (इन समुदायों का) कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इनमें से 90 प्रतिशत पदों पर इन समुदायों के लोग नहीं हैं। अगर 84 फीसदी लोग इस वर्ग के हैं तो उन्हें प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब हम जाति जनगणना कराने की बात करते हैं तो वे (भाजपा सरकार) चुप हो जाते हैं जबकि वे बड़े-बड़े आयोजन कर रहे हैं।’’

उन्होंने विधानसभा चुनाव से ठीक दो महीने पहले ‘लाडली बहना योजना’ शुरू करने के लिए राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना की, जिसके तहत महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाती है।

प्रियंका ने सवाल किया, ‘‘क्या आप उन्हें (महिलाओं को) मूर्ख मानते हैं और सोचते हैं कि वे इन चीजों को नहीं समझती हैं? सत्ता में रहने के पिछले 18 वर्षों में उन्होंने (भाजपा) क्या किया है?’’

उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन वर्षों में, राज्य में भाजपा सरकार ने केवल 21 नौकरियां प्रदान की, जबकि प्रदेश में चिकित्सकों और पुलिस विभाग सहित बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं।

प्रियंका गांधी ने लोगों को जागरूक होने की सलाह दी ताकि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें। उन्होंने लोगों से अपने बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस को वोट देने का आग्रह किया।