लखनऊ , 03 सितम्बर एएनएस।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र सरकार की भांति राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के संचालन के लिए एक एजेंसी का गठन करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को यहां अनलॉक स्थिति की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाएं नियमित एवं समयबद्ध ढंग से होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ तथा कानपुर नगर में कोरोना के नियंत्रण और उपचार की व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। इस संबंध में शिथिलता बरतने वालों की जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने कानपुर नगर और गोरखपुर में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अगस्त 2019 के मुकाबले अगस्त, 2020 में प्रदेश सरकार के राजस्व में लगभग 600 करोड़ रुपये की वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया।
सीएम ने कहा कि सरकारी कार्यालयों को समयबद्ध ढंग से ई-आफिस प्रणाली से जोड़ा जाए। विभागीय मुख्यालय सहित अधीनस्थ कार्यालयों में पत्रावलियां 7 दिन से अधिक लंबित न रहें। किसी पटल पर तीन दिन से अधिक पत्रावली लम्बित रहने पर सभी संबंधित स्तरों पर जवाबदेही तय की जाए। सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की समय से एवं नियमित उपस्थिति सुनिश्चित हो। वरिष्ठ अधिकारी कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करें।
मुख्यमंत्री ने निवेश मित्र पोर्टल के प्रभावी एवं कुशल संचालन पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए विशेषज्ञों की तैनाती पर विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग बन्धु को अपग्रेड व सुदृढ़ करते हुए नई संस्था इन्वेस्ट यूपी के गठन का निर्णय लिया है। उन्होंने निर्देश दिए कि इस कार्य को प्रभावी ढंग से लागू करते हुए आगामी एक से सवा साल के दौरान प्रदेश में डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक के निवेश को आकर्षित करने की कार्ययोजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी निर्धारित रूटों पर परिवहन निगम की बसें चलाई जाएं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 98.5 प्रतिशत औद्योगिक व व्यावसायिक इकाइयों के पूरी क्षमता से कार्यशील रहने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने शेष क्रियाशील इकाइयों को भी उनकी पूरी क्षमता से चलाने के निर्देश दिए।