समाचार पोर्टल से जुड़े पत्रकारों पर छापेमारी की कार्रवाई की पत्रकार संगठनों ने निंदा की

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (ए) पत्रकारों के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न संगठनों ने मंगलवार को समाचार पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ और उससे जुड़े पत्रकारों पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी की निंदा की और कुछ ने दावा किया कि यह प्रेस की स्वतंत्रता को अवरुद्ध करने का प्रयास है।.

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (ईजीआई) ने बयान जारी कर कहा कि वह आज सुबह वरिष्ठ पत्रकारों के घरों पर छापों को लेकर अत्यंत चिंतित है। उसने कहा कि ये छापे मीडिया की आवाज बंद करने का एक और प्रयास हैं।.

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि वह ‘न्यूजक्लिक’ से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के आवासों पर छापों को लेकर बहुत चिंतित है।

उसने कहा, ‘‘हम घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं और एक विस्तृत बयान जारी करेंगे। पीसीआई पत्रकारों के साथ एकजुटता से खड़ी है और सरकार से विवरण पेश करने की मांग करती है।’’

समाचार पोर्टल के पत्रकारों पर पुलिस कार्रवाई पर चिंता जताते हुए डिजिपब न्यूज इंडिया फाउंडेशन ने कहा, ‘‘उन्हें हिरासत में लिया गया है, उनके फोन और लैपटॉप जब्त कर लिये गये हैं। यह सरकार के मनमाने और धमकाने वाले व्यवहार का एक और उदाहरण है। हम घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं।’’

नेशनल अलायंस ऑफ जर्नलिस्ट्स, दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (दिल्ली इकाई) ने एक बयान में पुलिस के छापों की निंदा की।

इसमें कहा गया है कि भाषा सिंह, उर्मिलेश, प्रबीर पुरकायस्थ, परंजॉय गुहा ठाकुरता, तीस्ता सीतलवाड, अभिसार शर्मा, औनिंद्यो चक्रवर्ती, महेश कुमार, सुबोध वर्मा, अदिति निगम, मुकुंद झा और कई अन्य लोगों के आवासों पर आज सुबह छापेमारी की गई।

बयान में दावा किया गया कि कई मीडिया कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है।

दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने समाचार पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ और उसके पत्रकारों से जुड़े परिसरों पर मंगलवार सुबह छापेमारी की।

अधिकारियों ने बताया कि विशेष प्रकोष्ठ ने एक नया मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी ‘न्यूजक्लिक’ के वित्त पोषण के स्रोतों की जांच के तहत कंपनी के परिसरों पर छापे मारे थे। विशेष प्रकोष्ठ केंद्रीय एजेंसी से मिली जानकारी के आधार पर छापे मार रहा है।

घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने ‘न्यूजक्लिक’ के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन का ‘डंप डेटा’ (किसी कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल से किसी दूसरे उपकरण में स्थानांतरित किया गया डेटा) बरामद किया।