सम्मान के लिए पार्टी छोड़ी तो अब क्यों दर-दर भटक रहे सिंधिया जी – जीतू पटवारी

भोपाल मध्य प्रदेश
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भोपाल,17 अगस्त (ए)। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की इंदौर-उज्जैन यात्रा को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। जीतू पटवारी ने कहा कि सिंधिया जी ने कांग्रेस की सरकार गिराई तो उन्होनें भाजपा कार्यालय में सदस्यता ग्रहण कर कर दो बातें कही थी, एक कि मैं सम्मान के लिए राजनीति करता हूँ और दूसरा जनसेवा मेरा प्रमुख लक्ष्य है जो मेरी पारिवारिक विरासत है। जीतू पटवारी के कहा कि फिर सिंधिया जी अगर सम्मान की बात के लिए आपने पार्टी छोडी थी तो अब आप क्यों दर-दर भटक रहे है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले दो प्रमुख चेहरे थे एक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी और दूसरा सिंधिया जी। सिंधिया जी ने कहा कि मुझसे कहा कि सड़क पर आ जाओ तो मैं सड़क पर आ गया और सरकार को भी सड़क पर ले आए। जीतू पटवारी ने कहा कि वो उनके ईगो अहंकार, हटधर्मिता और मैं हूँ को बताने के लिए उन्होनें यह निर्णय लिया और मैं मानता हूँ कि वो सफल हो गए। 

राजनीति में यह होने वाली प्रक्रिया है। लेकिन राजनीति का मूल उद्देश्य लोगों की सेवा का है, उन्होनें सड़क पर आने का उद्देश्य बताया था कि अतिथि शिक्षकों और अतिथि विद्वानों की लड़ाई मैं लडूंगा। लेकिन वह आज तक इनके लिए सिंधिया जी सड़को पर नहीं आए। आज 68-69 हजार अतिथि शिक्षकों को पिछले 3-4 महिनों से वेतन नहीं मिला। करीब 65 लोगों की आत्महत्या के आंकड़े आए है। लेकिन उनके मुँह से एक शब्द भी नहीं निकला। उन्होनें एक दिन कहा कि टाइगर अभी जिंदा है, पिछले पाँच महिनें में पहली बार आज तक ग्वालियर चंबल जनसेवा के लिए टाइगर नहीं गया और जंगलराज में आज आए है इंदौर-उज्जैन के दौरे पर। जीतू पटवारी ने कहा कि मैं सिंधिया जी से आग्रह करना चाहता हूँ, प्रार्थना करना चाहता हूँ कि उन अतिथि शिक्षक और अतिथि विद्वानों के लिए आप सड़क पर आए आप एक बार तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख देते कि इनका क्या कर रहे है। 

जीतू पटवारी ने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले सम्मान, तो जब सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में थे तब कांग्रेस कार्यकर्ता टिकिट के लिए जी हुजूरी करते थे, काम के लिए उनके दर पर जाते थे वह बड़े नेता थे। अब वो लोगों के दर-दर जा रहे है। इंदौर-उज्जैन में लोगों के दर-दर उनको जाना पड़ रहा है अगर यह सम्मान की बात है तो विचार बनता है, सवाल उठता है। आप क्यों दर-दर जा रहे है मंत्रिमंडल में 15 प्रतिशत से अधिक मंत्री नहीं बना सकते लेकिन शिवराज सरकार ने पॉलिटिकल मैनेजमेंट के लिए 4 से 5 मंत्री अधिक बना रखे है। जिसको लेकर कोर्ट में याचिका लगी है। सिंधिया जी अब मेरे मंत्री न हटे इसके लिए दर-दर भटक रहे है आखिर सम्मान की बात है।   
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में मैं उच्च शिक्षा विभाग का मंत्री रहा हूं मैंने सभी को शत प्रतिशत नियुक्ति देने की कार्यवाही की। एक भी अतिथि विद्वान को बाहर नहीं रहने दूंगा ऐसा प्रावधान बनाया था। दुर्भाग्य की बात है कि सरकार चली गई। पीछे के रास्ते से हमारी सरकार को गिरा दिया गया 65 लोगों के अतिरिक्त 28 अन्य बेरोजगारों ने भी आत्महत्या की है इसके जिम्मेदार कौन है। अतिथि विद्वान सही समय पर सैलरी देना सरकार का दायित्व है लेकिन सरकार उन्हें सैलरी नहीं दे रही है। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े लोगों को सैलरी नहीं दी जा रही है। प्रदेश का देश का पहला राज्य है, जहां आज अतिथि शिक्षक इच्छामृत्यु मांग रहे है।  इच्छा मृत्यु की बात उस शिक्षक द्वारा की जा रही है जो लोगों को शिक्षा देता है, लोगों को ज्ञान देता है। सवा से डेढ़ लाख अतिथि शिक्षक, शिक्षक, विद्वानों के परिवार प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। शिवराज सिंह और उनके बिकाऊ राम मंत्री हथकंडे अपनाकर केवल चुनाव जीतने की कवायत में लगे हुए हैं। सिंधिया कहते अतिथि शिक्षकों के लिए सड़क पर उतरेंगे,  किसानों का कर्ज माफ नहीं होगा तो सड़क पर उतरेंगे, अब सड़क पर क्यों नहीं उतर रहे हैं सिंधिया जी। 

कांग्रेस सरकार ने 25 लाख किसानों के कर्ज माफ किए हैं। अब सिंधिया जी और शिवराज जी का दायित्व है किसानो के कर्ज माफ करें। आखिर किसानों की क्या गलती है जो इन्होंने उनका हक छीना जा रहा है। किसान परेशान है नकली खाद-बीज की वजह से और सरकार का ध्यान सिर्फ चुनाव जीतने पर है। हमारी सरकार आएगी तो हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे। लेकिन मंत्री केवल अपने क्षेत्रों में जाकर चुनाव जीतने की कवायत में लगे हैं उन्हें जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। जनता इनका घोर विरोध कर रही है। मध्य प्रदेश के साथ कुठाराघात हो रहा है। मध्य प्रदेश का विकास बाधक हो रहा है। इसका जिम्मेदार कौन है, शिवराज जी बताएं सिंधिया जी बताएं ? काग्रेस सरकार ने बिजली बिल माफ किए बिजली के बिल हाफ किए। आज बिजली के बड़े-बड़े बिल लोगों को थमाये जा रहे हैं। जीतू पटवरी ने कहा कि पत्रकार जगत के लोग भी आकलन करें बिजली का बिल कितना आता था और कितना आ रहा है। वही दूसरे राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम में टैक्स घटाया जा रहा है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। कल ही में हाटपिपलिया गया था वहां देखा भाजपा के प्रति जनता में बहुत ही अद्भुत आक्रोश है। कांग्रेस पार्टी फिर लौटेगी और जनता के लिए और जनता के विकास के लिए काम करेगी।