सीएम का ओएसडी बनकर यह शख्स अफसरों पर जमाता था धौंस, ऐसे खुली पोल तो फिर जो हुआ–

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ,19 अगस्त (ए)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक ऐसे जालसाज को गिरफ्तार किया है जो मुख्यमंत्री का ओएसडी बनकर अफसरों से गलत काम कराने की कोशिश में जुटा था। लखनऊ पुलिस ने गौतमपल्ली इलाके से इस शख्स को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार जालसाज ने मुख्यमंत्री के ओएसडी अभिषेक कौशिक के नाम पर पीडब्ल्यूडी सचिव समीर वर्मा को फोन किया था सरकारी सीयूजी सीरीज के नंबर से कॉल कर अफसरों पर रौब जमाने वाला जालसाज खुद को मुख्यमंत्री का विशेष कार्याधिकारी यानी अभिषेक कौशिक बताता था। अभिषेक कौशिक के नाम पर 13 जुलाई की शाम 5.36 पर सीयूजी सीरीज के इस नंबर से पीडब्ल्यूडी सचिव समीर वर्मा के नंबर पर आई कॉल में एक ठेकेदार का काम करने को कहा गया। समीर वर्मा को शक हुआ तो उन्होंने तत्काल सीएम के ओएसडी अभिषेक कौशिक के पर्सनल नंबर पर कॉल कर बात की तो पता चला अभिषेक कौशिक ने कोई कॉल ही नहीं की थी। किसी जालसाज ने उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया था। घटना की जानकारी होते ही अभिषेक कौशिक ने इस मामले में गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। मामला मुख्यमंत्री के ओएसडी से जुड़ा था लिहाजा आनन-फानन में लखनऊ क्राइम ब्रांच को लगाया गया। जिस सीयूजी सीरीज के नंबर से कॉल आई थी उसकी कॉल डिटेल खंगाली गई सर्विलांस पर लिया गया और जालसाज गिरफ्तार कर लिया गया। गौतम पल्ली पुलिस ने सीतापुर के शादीपुर उमरी गांव के रहने वाले कुंवर नीरज चौधरी को गिरफ्तार किया है। पूंछतांछ की गई तो पता चला नीरज चौधरी पहले भी कई अफसरों को इसी सीयूजी नंबर से फोन करता था और लोगों से पैसा ऐंठ रहा था। पकड़ा गया नीरज चौधरी अपने गांव का पूर्व प्रधान है। सीतापुर के बीएसएनएल विभाग में परिचितों की मदद से उसने सरकारी सीयूजी नंबर हासिल किया था।