नगर निगम ने किया फोन,जिस व्यक्ति की बताया कोरोना से मौत वह निकला जिंदा- फोन पर बोला, जिंदा हूं मैं,फिर—

राष्ट्रीय
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ठाणे,01जुलाई (ए)। महाराष्ट्र स्थित ठाणे में कोरोना मरीज से जुड़ा एक अजीब-ओ-गरीब मामला सामने आया है। यहां ठाणे नगर निगम की महिला कर्मी ने एक जिंदा आदमी को फोन कर के बोला कि उनकी मौत हो गई है। इतना ही नहीं जीवित शख्स से ही निगमकर्मी ने कहा कि उनका डेथ सर्टिफिकेट बन गया है। इतना सुनते ही शख्स ने कहा कि वह तो जिंदा हैं। जिसके बाद ठाणे नगर निगम ने जांच के आदेश दिए हैं। मामला 55 वर्षीय चंद्रशेखर देसाई से जुड़ा है। उन्होंने बताया, ‘मुझे टीएमसी से किसी महिला का फोन आया। उसने जानकारी दी कि मेरी मौत हो चुकी है। डेथ सर्टिफिकेट जारी हुआ है। मैंने कहा कि मैं ही चंद्रशेखर देसाई हूं और मैं जिंदा हूं। मुझे कोरोना हुआ था लेकिन अब मैं ठीक हूं। पेशे से शिक्षक देसाई ने कहा, ‘मुझे बीते साल अगस्त में कोरोना हुआ था लेकिन गुरुवार को फोन आया और कि मेरी मौत हो गई है। लेकिन मैंने उन्हें बताया कि मैं ही चंद्रशेखर देसाई हूं। यह तो अच्छा हुआ कि फोन मेरे पास आया। अगर यही फोन कहीं मेरी मां या पत्नी के पास जाता तो अनर्थ हो जाता।’ वहीं इस मामले पर ठाणे नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर संदीप मालवी ने कहा कि ऐसा मामला सामने आया है पर टीएमसी यह डेटा नहीं बनाती है। यह पुणे से बनकर आता है। यह लिस्ट हम नहीं बनाते है। गलती हुई है, आगे से ऐसा नही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगे से हमारे पास जो भी लिस्ट बनकर आएगी हम उसका वेरिफिकेशन करेंगे, उसके बाद ही लोगों को फोन करेंगे। कमिश्नर ने कहा कि यह तकनीकी गड़बड़ी है। आगे से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी गलतियां ना हों। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 534 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद महामारी के मामलों की संख्या बढ़कर 5,32,533 हो गयी। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि बुधवार को सामने आए इन नए मामलों के अलावा 20 लोगों ने इस संक्रमण से जान गंवा दी। इसी के साथ जिले में मृतकों की संख्या 10,699 पर पहुंच गयी है। ठाणे में कोविड-19 से मृत्यु दर दो प्रतिशत है। जिला प्रशासन ने स्वस्थ हो चुके और उपचाराधीन मरीजों की जानकारी मुहैया नहीं करायी है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी पालघर जिले में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,16,706 पर पहुंच गए जबकि मृतकों की संख्या 2,5 75है