अब सरकार ने माना,भारत में भी डेल्टा की जगह लेने लगा ओमिक्रॉन वैरिएंट,23 राज्यों में फैला

राष्ट्रीय
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नई दिल्ली, 31 दिसंबर (ए)। देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच सरकारी सूत्रों का कहना है कि इसने भारत में डेल्टा वैरिएंट की जगह ले ली है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि विदेश से आए जो यात्री संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से 80 फीसदी लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही पीड़ित थे। हालांकि राहत की बात यह है कि इनमें से एक तिहाई लोग ऐसे थे, जिनमें मामूली लक्षण ही थे। इसके अलावा अन्य लोगों में कोई लक्षण ही नहीं थे। यह मरीज के लिए राहत की बात है, लेकिन लक्षणों के न पाए जाने के चलते इसे पकड़ पाना कठिन है। ऐसे में इससे तेजी से दूसरे लोगों के भी संक्रमित होने का खतरा है। 
देश में अब तक 23 राज्यों में 1,300 से ज्यादा ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले मिल चुके हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने देश के 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे टेस्टिंग में इजाफा करें ताकि केसों की पहचान हो सके और जरूरी कदम उठाने में मदद मिल सके। टेस्टिंग न होने पर किसी भी संक्रमित व्यक्ति से बड़े पैमाने पर लोगों के पीड़ित होने का खतरा है। इस महीने की 2 तारीख को ही कर्नाटक में ओमिक्रॉन वैरिएंट के पहले दो मामले देश में मिले थे। तब से अब तक 1,300 केस पाया जाना, इस बात का संकेत है कि यह वैरिएंट तेजी से अपने पैर पसार रहा है। 
हेल्थ मिनिस्ट्री इस वैरिएंट को लेकर मिशन मोड पर काम कर रही है और लगातार राज्यों के लिए भी गाइडलाइंस जारी की जा रही हैं। इस बीच दिल्ली में येलो अलर्ट जारी है और उसके तहत स्कूल, कॉलेज समेत कई चीजों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा मॉल और गैर-जरूरी दुकानों को ऑड ईवन के तहत खोलने का फैसला लिया गया है। मुंबई में तो शाम को 5 बजे से सुबह 5 बजे तक रोज 12 घंटे की पाबंदियां 15 जनवरी तक लगाने का फैसला लिया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी भी लगातार देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। 
इस बीच देश में कुल एक्टिव केसों की संख्या पिछले तीन दिनों ही तेजी से बढ़ते हुए 91 हजार के पार पहुंच गई है और शनिवार तक आंकड़ा एक लाख से आगे निकल सकता है। देश में अब तक कोरोना संक्रमण से 4 लाख 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के मामलों में उछाल को तीसरी लहर की शुरुआत बताया जा रहा है। अब तक देश के 8 राज्यों में तेजी से केस बढ़ते दिखे हैं और ऐसा लगता है कि ये एक बार फिर से कोरोना हॉटस्पॉट साबित हो सकते हैं।