राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली, 19 जुलाई (ए) राज्यसभा की कार्यवाही मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को दिवंगत वर्तमान सदस्यों रघुनाथ महापात्र एवं राजीव सातव के सम्मान में एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी।

सभापति एम वैंकैया नायडू ने बैठक शुरू होने पर इन दोनों वर्तमान सदस्यों के अलावा वरिष्ठ अभिनेता दिलीप कुमार सहित दस पूर्व सदस्यों एवं धावक मिल्खा सिंह के निधन होने पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

बाद में उन्होंने महापात्र एवं सातव के सम्मान में बैठक को एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया।

मानसून सत्र की पहली बैठक शुरू होने के साथ ही नायडू ने घोषणा की कि उन्हें संसदीय कार्य मंत्री की ओर से यह जानकारी दी गयी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त करने का निर्णय किया है।

उन्होंने गोयल के सीए की अखिल भारतीय परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त किये जाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि गोयल दूसरी बार उच्च सदन के सदस्य निर्वाचित हुए हैं और उनका राजनीतिक जीवन तीन दशक से अधिक का है।

नायडू ने कहा कि गोयल को विभिन्न मंत्रालयों को संभालने का व्यापक अनुभव है जिनमें खान एवं खनन, नवीन एवं अक्षय ऊर्जा वित्त, बिजली, रेलवे आदि मंत्रालय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गोयल ने रेलवे में सुरक्षा के लिए कई नयी पहल कीं।

सभापति ने कहा, ‘‘मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि उनके व्यापक राजनीतिक एवं प्रशासनिक अनुभवों से सदन को लाभ मिलेगा तथा वह अपने मित्रतापूर्ण एवं प्रसन्नचित्त स्वभाव के कारण सदन के नेता का दायित्व भली-भांति निभा पाएंगे।’’

सभापति ने थावरचंद गहलोत द्वारा सदन के नेता के रूप में दिये गये योगदान के लिए उन्हें पूरे सदन की ओर से धन्यवाद दिया।

उल्लेखनीय है कि गहलोत को अब कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है।

उच्च सदन में आज आईएमयूएल के अब्दुल वहाब ने सदस्यता की शपथ ली। उन्होंने अंग्रेजी में शपथ ली। वह केरल से निर्वाचित होकर उच्च सदन पहुंचे हैं।

नायडू ने इन दिवंगत लोगों के निधन का जिक्र किया और सदन की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी। सदस्यों ने दिवंगत लोगों के सम्मान में कुछ क्षणों का मौन रखा। इनमें से 10 लोग पूर्व सदस्य थे।

नायडू ने यूसुफ सरवर खान उर्फ दिलीप कुमार के निधन का जिक्र करते हुए कहा कि उनका अभिनय सफर करीब पांच दशक लंबा रहा और उन्होंने करीब 65 फिल्मों में काम किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘देवदास’, ‘नया दौर’, ‘मुगले आजम’, ‘गंगा जमुना’ आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ‘‘ट्रेजडी किंग’’ के नाम से मशहूर दिलीप कुमार को कई सम्मान मिले जिनमें अभिनय के लिए आठ फिल्म फेयर पुरस्कार शामिल है। उल्लेखनीय है कि दिलीप कुमार ने उच्च सदन में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया था।

नायडू ने मिल्खा सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें बचपन में काफी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और देश के विभाजन के समय उनके माता-पिता की मृत्यु हो गयी थी और वह अनाथ हो गए। उन्होंने कहा कि बाद में वह सेना में शामिल हुए और उनके जीवन में नया मोड़ आया। उन्हें 1956 में मेलबर्न ओलंपिक के लिए भारतीय दल में शामिल किया गया और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। नायडू ने कहा कि ‘‘फ्लाइंग सिख’’ के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह को कई सम्मान मिले।

सदन ने अपने पूर्व सदस्यों एन एम कांबले, भगवती सिंह, बलिहारी बाबू, अजीत सिंह, मतंग सिंह, जितेंद्र भाई भट्ट, रामेंद्र कुमार यादव रवि, जगन्नाथ पहाड़िया व शांति पहाड़िया को भी श्रद्धांजलि दी।

दो वर्तमान सदस्यों- महापात्र एवं सातव के सम्मान में सदन की बैठक एक घंटे के लिए दोपहर 12 बजकर 24 मिलट तक के लिए स्थगित कर दी गयी।